Thursday 6 July 2017

कैसे पकते हैं आम kaise pakte hain aam

खरी खरी - 37 : आम आदमी नहीं जानता कैसे पकते हैं आम ?

      बाजार में रंग-बिरंगे आम को देखकर ऐसा लगता है जैसे कि यह पेड़ से पक कर ही नीचे तपका होगा । बेचने वाला भी यही कहता है , "बाबू जी, मेमसाब जी, ये आम पेड़ का पका है ।" पर यह सब झूठ है । कृषि वैज्ञानिकों और बागवानी विशेषज्ञों के अनुसार आम तौर पर आम के कई व्यापारी इथाइलीन, कैल्शियम कार्बाइड और इथरेल-39 रसायन का उपयोग कर अपरिपक्व आम को 4 से 6 घंटे में पका देते हैं और आम का रंग भी आकर्षक हो जाता है । इस तरह पकाए गए आम में स्वाद और सुगंध नहीं आती । उक्त रसायन चीन से चोरी -छिपे आयात किये जाते हैं जो बाजार में बहुतायत उपलब्ध है और बेहद सस्ता भी है । इस रसायन से फ़ूड पॉइजन भी हो सकता है ।

     उपरोक्त सभी रसायन स्वास्थ के लिए अत्यंत ही हानिकारक हैं जो मनुष्य के तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को प्रभावित करते हैं । इन रसायनों के कारण मस्तिष्क में आक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है । ऐसे आम से बचना तो मुश्किल है परंतु यदि हम सीजन से पहले आम खरीदते हैं तो इनमें शक हो सकता है । 

     आम खाने से पहले उसे कई घंटे तक पानी में रखना चाहिए । दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पके हुए आम के छिलके को मुंह से नहीं चूसना चाहिए अर्थात आम का बाहरी छिलका मुंह के अंदर नहीं जाना चाहिए । कुछ लोग पके हुए आम की गुठली निकाल कर आम के खोल को मुंह में डाल कर चूसते हैं जो गलत ही नहीं हानिकारक भी है । आम को काट कर या छिलका उतार कर खाना चाहिए ताकि कम से कम उसके छिलके पर लगे हुए जहर से हम बच सकें ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
25.06.2017

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