Wednesday 26 July 2017

Ek kamare se 340 kamare tak : एक कमरे से 340 कमरे ठ्यक

मीठी मीठी- 18 : 1 कमरे से 340 कमरे तक

     हमारे देश के गणतंत्र की यह खूबी है कि यहां देश का कोई भी नागरिक देश के सर्वोच्च आसन तक पहुंच सकता है । कानपुर देहात के गांव पौरख में 1 अक्टूबर 1945 को जन्मे बिहार के पूर्व राज्यपाल श्री रामनाथ कोविंद 25 जुलाई 2017 को 12 बजकर 12 मिनट पर देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस केहर  द्वारा शपथ दिलाते ही 21 तोपों की सलामी के साथ देश के 14वें राष्ट्रपति बन गए । अब नई दिल्ली लुटियन जोन स्थित 340 सुसज्जित कमरों वाले राष्ट्रपति भवन में प्रणब दा की जगह कभी  मिट्टी से बने एक कमरे में रहने वाले कोविंद साहब का निवास होगा ।

     दलित समुदाय में पले - बढ़े कोविंद साहब एक विद्वान व्यक्ति हैं जो बीजेपी से जुड़कर संसद सहित विभिन्न पदों से होते हुए बिहार के राज्यपाल बने । अपने प्रथम भाषण में राष्ट्रपति कोविंद जी ने देश के प्रत्येक नागरिक, किसान, जवान, वैज्ञानिक, मजदूर सहित देश की संस्कृति, परम्परा, विविधता, विचारधारा और पूरे देशवासियों पर गर्व जताया । देश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने कोविंद जी के प्रथम भाषण की आलोचना करते हुए कहा कि नए राष्ट्रपति जी ने पूर्व राष्ट्रनिर्माताओं सहित देश के प्रथम प्रधानमंत्री का नाम इस अवसर पर जानबूझ कर नहीं लेना निन्दनीय है ।

     हम सब देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित करने वाले अपने नए राष्ट्रपति को हार्दिक बधाई और शुभकामना देते हैं ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
27.07.2017

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