खरी खरी -648 : हमारा समाज नहीं बदलता क्योंकि ?
1. यहाँ बाबा के वेश में बालात्कारी होते हैं ।
2. यहाँ मुंह में गुटखा डाल कर पंडित हवन करते हैं ।
3. यहाँ शराब के विरोध में कविता पढ़ कर कवि शराब पीते हैं ।
4. स्कूल-कालेज में पढ़ाने वाले अध्यापक धूम्रपान करते हैं ।
5. यहाँ अंधविश्वास में डूबकर पशुबलि दी जाती है और मूर्ति में दूध उड़ेला जाता है ।
6. यहाँ नदियों को माता भी कहते हैं और उनमें गंदगी भी डालते हैं।
7. यहाँ लकड़ी जलाने के दो त्यौहार हैं, पौधरोपण का कोई त्यौहार नहीं ।
8. यहाँ देवताओं के नाम पर भांग-धतूरा और शराब को प्रोत्साहन मिलता है ।
9. यहां संस्कृति-संस्कार और महिला सम्मान की शिक्षा पर गम्भीरता नहीं होती है ।
10.यहाँ कानून का डर नहीं है और कि सरकारें भी न्यायालय की अवहेलना करती हैं ।
11.यहां भ्रष्टाचार उखाड़ने की बात होती है परन्तु भ्रष्टाचार पोषित होता है ।
12.यहां जनता और सरकारें कोरोना जैसे महामारी के दौर में गंभीरता से अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाती।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
18.06.2020
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