Monday 18 December 2017

Dharmshaktu : पर्वतारोही धर्मशक्तू

मीठी मीठी - 52 : एक मुलाकात, छै बार ऐवरेस्ट विजेता के साथ

    कल 17 दिसम्बर 2017 को "सार्थक प्रयास"  ( छोटे प्रयास, बड़े सरोकार ) जनहित संस्था के 8वें स्थापना दिवस पर राजेन्द्र भवन नई दिल्ली में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में छै बार ऐवरेस्ट पर विजय पाने वाले मुनस्यारी पिथौरागढ़ के बोना ग्राम निवासी पद्मश्री सम्मानित लवराज सिंह धर्मशक्तू जी से भेंट हुई । 

     धर्मशक्तू जी सीमा सुरक्षा बल में उप-कमांडेंट पद पर हैं । आप 1989 से 2015 तक तीन दर्जन से अधिक बड़े पर्वत शिखरों सहित छै बार ऐवरेस्ट पर तिरंगा फहरा चुके हैं । उनकी पत्नी रीना कौशल धर्मशक्तू जी देश की पहली महिला हैं जो दक्षिण ध्रुव में स्कीइंग करते हुए पहुंची हैं । उनसे बात करते हुए गर्व की अनुभूति हुई । वे वास्तव में सरलता और विनम्रता से सुसज्जित एक महान व्यक्ति हैं । इस महामानव की चर्चा मैंने पुस्तक "लगुल" में की है ।

   ' सार्थक प्रयास' संस्था (अध्यक्ष उमेश चन्द्र पंत) चौखुटिया (उत्तराखंड) और ग़ाज़ियाबाद में बहुत ही  प्रेरणादायी कार्य कर रही है जहां लगभग तीन दर्जन असहाय बच्चों की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी संस्था ने ले रखी है । इस कठिन कार्य को पंत जी अपनी टीम के साथ बड़ी शालीनता से जूझते हुए कर रहे हैं । इस अवसर सांसद प्रदीप टम्टा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों के साथ हम सबने बच्चों द्वारा प्रस्तुत अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे ।

     नाट्य निदेशक मनोज चंदोला जी निदेशित और बच्चों द्वारा अभिनित नाटक 'अधूरा सच' सहित सभी  मनोरंजन से भरपूर, शिक्षाप्रद झलकियों ने दर्शकों को आत्मविभोर कर दिया । स्मारिका 'दृष्टि' का भी इस अवसर पर विमोचन किया गया । 'टीम सार्थक प्रयास' को इस सफल आयोजन के लिए बधाई और शुभकामना । ऐसी जनहित संस्था को समाज से सहयोग मिलते रहना चाहिए ताकि संस्था अपने लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर रहे ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
18.12. 2017

     

     

No comments:

Post a Comment