मीठी मीठी - 54 : आज 24 दिसम्बर हैं चनरदा "छिलुक" दगै आल गढ़वाल भवन कवि-सम्मेलन में
आज 24 दिसम्बर 2017 हैं धोपरि बाद 2 बजी चनरदा आपण दगड़ियाँ दगै "छिलुक" दगै आल गढ़वाल भवन कुमाउनी -गढ़वाली कवि-सम्मेलन में । आपूं सब लोगों हैं न्यौत छ कि जरूर पुजिया । सम्मेलन में "छिलुक" कि बात ह्वलि और कनिष्ठ-वरिष्ठ कवियों दगै मुलाकात लै ह्वलि । कुमाउनी -गढ़वाली कविताओं क आनंद लै आपूं ल्यला ।
चनरदा सम्मेलन में "छिलुक" उपन्यास क 24 किरदारों क परिचय लै कराल । फिलहाल यूं किरदारों क नाम सुणो - हंसादत्त, किसन देव, देवदत्त, हरदत्त, पुष्पा, कैलाश, सरु, हिमु, दिपुलि, अजय और अभय । कुछ और नाम लै छीं उपन्यास में - घनानंद, रतन सिंह, खिमदा, गोपदा, नरदा, चनरि त्याड़ि, केशव, रमेश, महेश, माधोराम, जानकी, मुसदेव और नरसिंह ।
यूं 24 किरदार कएक जाग कैं मुनव भरमता लै करनी, दिल में चरैक लै पाड़नी, उड़भाड़ लै करनी, मन में झसक लै पैद करनी, हंसूनी लै और रोउनी लै । उपन्यास कि कहानि में कएक ता अलतलाट लै पड़ि जांछ, दनफन लै है जींछ, कुथमौव लै उठनी और ठसकाठसकी लै है जींछ । अंधविश्वास, अशिक्षा और भैम कि कवात लै उपन्यास में छ ।
उम्मीद छ 'छिलुक" उपन्यास कि वार्ता क दगाड़ कवि -सम्मेलन में नईं कवियों क रंग, पुराण कवियों क संग क आपूं खूब आनंद ल्यला । अया जरूर ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
24.12. 2017
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