Saturday 7 April 2018

Diabetes : मधुमेह

बिरखांत - 206 : मधुमेह रोग (diabetes)  से दूर रहें ।

        ये मधुमेह क्या है ? जो भी मीठी चीज हम खाते हैं वह हमारे पाचन तंत्र द्वारा हमारे रक्त में मिलती है | शरीर में उपलब्ध इन्सुलिन हारमोन से यह ग्लूकोज (चीनी या मीठा ) हमारे लीवर द्वारा शरीर के उपयोग में लिया जाता है | इन्सुलिन की कमी या काम नहीं करने की स्तिथि में यह ग्लूकोस शरीर द्वारा प्रयोग नहीं होता और हमारे खून एवं मूत्र में बहने लगता है | जब ग्लूकोस शरीर को नहीं मिलेगा तो भूख -प्यास अधिक लगेगी, कमजोरी महसूस होगी और बार बार पेशाब जाने को मन करेगा | रक्त में चीनी की अधिकता के कारण हमारी रक्त-वाहनियों को भी नुकसान होता है |

    पूरा विश्व इस रोग से त्रस्त है | प्रति -वर्ष दुनिया में करीब सैंतीस लाख लोग मधुमेह के रोग से मृत्यु के ग्रास बन जाते हैं | हमारे देश में भी करोड़ों लोग इस बीमारी से परेशान हैं | राजधानी दिल्ली देश इस रोग से अधिक ग्रसित है | मोटापा भी इस रोग की जड़ है | मोटापा तो सभी रोगों की जननी है |  भारतीय चिकित्सा संघ के अनुसार मधुमेह के साथ ही कैंसर, ह्रदय रोग, जिगर- गुर्दे के रोग, हाइपरटेंसन, और दिमागी रोग सहित कई अन्य प्रकार की जानलेवा  बीमारियाँ इसके कारण तेजी से बढ़ रही हैं | अपना बचाव ही इस रोग का इलाज है बस स्वस्थ रहिये | स्वस्थ कैसे रहें ?

      एक मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए बस एक से दस तक के अंग्रेजी वर्णमाला के दस अक्षर याद रखने हैं – A B C D E F G H I J जो कोई कठिन कार्य नहीं है | अब इन अक्षरों का मतलब समझ लेते हैं | A-alcohal- अर्थात शराब का सेवन बिलकुल भी न करें | B-blood pressure- अर्थात अपना रक्तचाप नियंत्रित रखें जो 120 / 80 होना चाहिए | भूल कर भी क्रोध नहीं करें और प्रतिदिन 3- 4 ग्राम से अधिक नमक न लें | सलाद में नमक बिलकुल नहीं लें | C- cholestrol अर्थात शरीर में बसा की मात्रा संतुलित रहे (प्रति दिन मात्र 70 ग्राम बसा/चिकनाई से अधिक नहीं ) और मोटापा नहीं पनपे | D- diabetes- अर्थात मधुमेह को नहीं पनपने दें | एक युवा के शरीर में प्रतिदिन 70 ग्राम से अधिक मीठे तत्व (चीनी या मिठाई ) नहीं जानी चाहिए |

        E- exercise- अर्थात नियमित कसरत, सैर, योग आदि | यह सब काम छोड़कर प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट जरूरी है | या पार्क के चक्कर लगाओं अन्यथा बाद में अस्पताल/डाक्टर के चक्कर लगाओ | F- food- अर्थात संतुलित भोजन नियमित एवं अनुशासित (समय पर दिन में तीन बार ) होना चाहिए | मुंह को gate of haeven बनाओ, door of devil नहीं अर्थात सुख का द्वार बनाओ, राक्षसी दरवाजा नहीं | जो मन आए, जब मन आए मत खाओ | G- Gutka –अर्थात गुटका, तम्बाकू, पान, बीडी, सिगरेट, धूम्रपान, खैनी, जर्दा, सुड़ती आदि से नफ़रत करें | ये सभी नशे हमारी जिन्दगी को बरबाद कर रहे हैं और कैंसर जैसे कई रोगों की जड़ भी हैं |

      H- happiness –अर्थात प्रसन्न रहने की कोशिश जारी रहे | मांग कम रखेंगे तो प्रसन्नता दर अधिक रहेगी जैसे इस महीने 2 या 3 चीजें लानी हैं तो आ सकती हैं | अगर 10 या 12 चीजों की मांग होगी तो 2 या 3 ही आ पाएंगी और प्रसन्नता दर 100 से घटकर 20 फीसदी हो जायेगी तथा टेंसन बनी रहेगी | ‘ते तो पांव पसारिये जेती लाम्बी सौर |’ I- immunity – अर्थात शरीर को नाजुक मत बनाओ और रोग प्रतिरोधक ताकत बनी रहे जिसमें उचित टीकाकरण भी जरूरी है | अंत में J- junk food- अर्थात जंक फ़ूड ( मैगी, बर्गर, मोमोज, चिप्स, कुरमुरे, पिजा, चाउमीन आदि और मांसाहार भी ) मत खाओ | जंक का मतलब है कूड़ा-करकट | ये पदार्थ हर तरह से नुकसानदायक हैं | इनसे बचें | फल- सब्जी, दाल-दलिया-दूध आदि उत्तम भोजन है | 10-12 गिलास पानी पीना भी जरूरी है |

        यदि हमारा स्वास्थ्य उत्तम है तो हम सब कुछ कर सकते हैं | स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध हवा- पानी, स्वच्छ वातावरण और सात घंटे की नीद भी जरूरी है | इसके अलावा पारिवारिक जीवन के लिए समय भी आवश्यक है जिसमें बच्चों का प्यार, पति-पत्नी का स्नेह- स्पर्श एवं मातृ-पितृ आशीर्वाद, मित्रों और रिश्तेदारों की खैरियत एवं शुभकामना भी जरूरी है | यदि हम उक्त बातों पर ध्यान देंगे तो मधुमेह हमारे नजदीक भी नहीं फटकेगा और हम जिन्दगी को जीयेंगे, काटेंगे नहीं क्योंकि जिन्दगी जीने के लिए है काटने के लिए नहीं |

पूरन चन्द्र काण्डपाल
08.04.2018

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