Monday 23 April 2018

Bhagwsti pd nautiyal : भगवती प्रसाद नौटियाल

मीठी मीठी - 103 : भगवती प्रसाद नौटियाल जी का स्मरण

    गढ़वळि और हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार 86 वर्षीय भगवती प्रसाद नौटियाल जी का 14.04.2018 को देहरादून में अस्वस्थ रहने के बाद निधन हो गया । उनकी स्मृति में कल 22.04.2018 को DPMI न्यू अशोक नगर नई दिल्ली में एक श्रद्वांजलि सभा का उत्तराखंड लोकभाषा साहित्य मंच दिल्ली,  DPMI तथा उत्तराखंड एकता मंच दिल्ली द्वारा किया गया । श्रद्धांजिल सभा में कई गणमान्य व्यक्तियों के अलावा दिवंगत नौटियाल जी की पुत्री डा. कुसुम नौटियाल तथा पुत्र वीरेंद्र नौटियाल जी भी मौजूद थे । सभा को डा. विनोद बछेती सहित साहित्य, समाज, राजनीति और पत्रकारिता से जुड़े कई व्यक्तियों ने संबोधित किया । सभा का संचालन उ.लो.सा.मंच दिल्ली के संयोजक दिनेश ध्यानी जी ने किया । 

    दिवंगत नौटियाल जी का जन्म 10 मई 1931 को गौरिकोट पौड़ी गढ़वाल , उत्तराखंड में हुआ । वे एक जाने-माने शिक्षाविद, चिंतक, समीक्षक और साहित्यकार थे ।  उन्होंने हिंदी तथा गढ़वळि की अनेक पुस्तकों की समीक्षा की । उनकी पुस्तक 'हिंदी पत्रकारिता की दो शताब्दियाँ और दिवंगत प्रमुख पत्रकार' काफी चर्चित रही । उन्हें उत्तराखंड भाषा संस्थान का साहित्य सम्मान सहित अनेक पुरस्कारों से सुशोभित किया गया । 'गढवाली - हिंदी - अंग्रेजी' त्रिभाषीय शब्दकोश तथा गढ़वाली भाषा का व्याकरण साहित्य को उनकी विशिष्ट देन है । सभी आगन्तुकों ने दिवंगत नौटियाल जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की । साहित्य के ऐसे पुरोधा भलेही दुनिया से कूच कर जाते हैं लेकिन वे अपने कृतित्व के कारण हमेशा जीवित रहते हैं, अमर रहते हैं । नमन ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
23.04.2018

No comments:

Post a Comment