Thursday 5 April 2018

Chaar patniyan : चार पत्नियां

खरी खरी - 213 : चार पत्नियों की जम्मेदारी

   इस्लाम धर्म की शुरुआत 622 से 632 ई. के बीच हुई बताई जाती है अर्थात आज से लगभग 1385 वर्ष पहले । उस दौर में उस क्षेत्र में निरंतर युद्ध हुआ और बहुत से पुरुष मारे गए ।

   इस तरह की आपदा-विपदाओं में मरने से पुरुषों की संख्या कम हो गई और बच्चों तथा विधवाओं की परवरिश की समस्या पैदा हो गई । तब इन्हें सहारा देने के लिए एक पुरुष को चार पत्नियां रखने की व्यवस्था की गई ताकि बच्चों की हिफाजत हो सके और विधवाओं को शोषण से बचाया जा सके ।

    आज कोई भी शिक्षित मुस्लिम महिला न तो बहु-पत्नी प्रथा के पक्ष में है और न बड़े परिवार के पक्ष में । इस प्रथा को सिर्फ कट्टरपंथियों का समर्थन है जैसा कि समाज में कुछ लोग बेटे की चाह में परिवार बड़ा रहे हैं या कन्या-भ्रूण हत्या कर रहे हैं ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
06.04.2018

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