मीठी मीठी - 566 : कैसे मिलते हैं पद्मसम्मान ?
पद्मसम्मान जो 1954 से प्रतिवर्ष दिए जाते हैं ,2020 में पद्मसम्मान के लिए कई हज़ार आवेदन पहुंचे थे जिनमें से केवल 119 (7+10+102) को ही ये सम्मान दिए गए । अधिकतम 120 नागरिकों को ही पद्मसम्मान दिए जाते हैं परन्तु इस वर्ष ये 119 जबकि पिछली बार 141 व्यक्तियों को दिए गए। अपवाद को छोड़कर ये मरणोपरांत नहीं दिए जाते । सम्मान पाने वाले को कोई सरकारी सुविधा या रकम नहीं मिलती । ये सम्मान चिकित्सकों को छोड़कर किसी भी सरकारी कर्मचारी को नहीं दिए जाते । पद्म सम्मान के लिए संस्तुति देश का कोई भी नागरिक किसी भी नागरिक के पक्ष प्रतिवर्ष 15 सितम्बर तक कर सकता है बशर्ते उस नागरिक ने देश - समाज के लिए कुछ अति विशिष्ट उल्लेखनीय कार्य किया हो ।
पद्मसम्मान तीन श्रेणी के हैं - पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री ( ऊपर से नीचे को) जिन्हें किसी भी क्षेत्र में उच्चकोटि की सेवा का प्रदर्शन करने पर दिया जाता है । प्रधानमंत्री की अगुवाई में बनी एक कमिटी पुरस्कार पाने वाले नामों को अंतिम रूप देती है । इस कमिटी में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और 4 से 6 सदस्य होते हैं । आखिर में प्रधानमंत्री और राष्टपति सूची को मंजूरी देते हैं । सम्मान पाने वालों को एक प्रमाणपत्र तथा मैडल का रेप्लिका भी दिया जाता है ।
पद्मसम्मान प्राप्त व्यक्ति सम्मान को अपने नाम के आगे- पीछे नहीं जोड़ सकता है । लेटर हैड या दूसरे कागजों में भी इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है । इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर घोषित सभी 119 पद्मसम्मान पाने वालों को बधाई और शुभकामनाएं । ( सभी मित्रों से अनुरोध है कि यदि इस विषय में आपके पास कुछ अन्य जानकारी है तो साझा करें ताकि उसे जनमानस तक पहुंचा सकूं ।)
पूरन चन्द्र काण्डपाल
03.02.2021
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