Saturday 27 February 2021

Haath milane se pahale : हाथ मिलाने से पहले

खरी खरी - 798  :जरा सोचिए हाथ मिलाने से पहले ?

(यह खरी खरी 20 .02.2020  (565) को भी लिखी थी जो आज बहुत प्रासंगिक हो गई है । हाथ धोना सबसे बड़ी जागरूकता और बचाव है आज के दिन।)

       सुप्रसिद्ध शायर बशीर बद्र का एक बहुत ही प्रचलित शेर है -

" जरा हाथ क्या मिला दिया
यों गले मिल गए तपाक से,
ये गर्म मिजाज का शहर है
जरा फासले से मिला करें ।"

     अब हम सब हाथ मिला कर एक दूसरे का अभिवादन करने लगे हैं । हाथ जोड़कर अभिवादन का रिवाज ही समाप्त हो गया । फिर भी महिलाओं से हम हाथ जोड़कर ही अभिवादन करते हैं । ' हाथ मिलाना ' एक मुहावरा भी है । वैसे हाथ के साथ जुड़े कई मुहावरे हैं - हाथ की सफाई, हाथ खींच लेना, हाथ तंग होना, हाथ थामना, हाथ पकड़ना, हाथ पीले करना, हाथ फेरना, हाथ बंटाना, हाथ बढ़ाना, हाथ मारना आदि आदि । हाथ धोना, हाथ धो बैठना, हाथ धो लेना भी मुहावरे हैं ।

      कभी कभी बड़ी मजबूरी में न चाहते हुए भी हाथ मिलाना पड़ता है । तब हम उस व्यक्ति से आंख नहीं मिलाते, सिर्फ हाथ मिलाते हैं । ऐसे में  'जिंदगी का अजब दस्तूर निभाना पड़ता है, दिल मिले या न मिले हाथ मिलाना पड़ता है ।' हाथ मिलाने की बात पर डाक्टर कहते हैं, ' हमारे शरीर का सबसे गंदा अंग हमारा दांया हाथ है । हम इससे खुजली भी करते हैं और नाक भी पोछते हैं । हम इसे नाक में, मुंह में और कान में भी घुसाते हैं, आंख भी छूते हैं तथा कुदरती विसर्जन करते समय भी इसकी मदद लेते हैं । हम बस के डंडे, मेट्रो के डंडे और मेट्रो एक्स्क्लेटर पर भी हाथ को रगड़ते हुए चलते हैं । ऐसा सभी करते हैं क्योंकि सब जगह हमारा दांया हाथ आगे रहता है इसलिए यह सबसे अधिक गंदा है । जो जगह हमने अपने हाथ से पकड़ी उसे हम से पहले सबने पकड़ा जिसकी वजह से ये स्थान सर्दी - जुकाम सहित अन्य कई प्रकार के वाइरसों और रोगाणुओं से भरे होते हैं ।

       हम में से अधिकांश लोग भोजन से पहले हाथ नहीं धोते । शायद घर में धोते हों परन्तु किसी पार्टी में तो नहीं धोते । बिना हाथ धोए भोजन करते हैं, प्रसाद या लंगर भी छक लेते हैं और गोलगप्पे खाते हैं । आजकल एक बहुत ही खतरनाक वायरल बीमारी कोविड- 19 (कोरॉना वाइरस ) जिस से हमारे देश अब तक 1.57 लाख लोग मर चुके हैं । दुनिया के 219 देशों में यह रोग दस्तक दे चुका है और 25.32 लाख लोग इसके ग्रास बन चुके हैं । इसकी कोई दवा नहीं है । (अब वैक्सीन आ गई है बताया जा रहा है । ) बचाव का एकमात्र उपाय है  मास्क पहनना, दूरी रखना ,स्वच्छता और अपने हाथ से उन अंगों को नहीं छूना जिनकी ऊपर चर्चा की गई है तथा हाथ धोना और किसी से भी हाथ नहीं मिलाना ।

     इस खरी खरी का एकमात्र उद्देश्य यह है कि हाथ धोते रहने से हम कई बीमारियों से बचेंगे और हाथ मिलाने के बजाय हम अभिवादन हाथ जोड़कर करें तो हम सभी वायरल बीमारियों से बचेंगे । हम सचेत रहेंगे तो कुछ ही दिनों में हमारी हाथ मिलाने की आदत छूट जाएगी । यदि कोई हाथ मिलाना चाहे भी तो हम हाथ जोड़ कर उसे अभिवादन कर सकते हैं । यदि हमारा कोई लंगोटिया यार हाथ मिलाने की जिद भी करे तो हम कह सकते हैं, "यार मेरा हाथ गंदा है ।" यदि अब भी हम अपनी आदत नहीं सुधारेंगे और हाथ धोने की आदत नहीं अपनाएंगे तो किसी जान लेवा हस्त- स्पर्श हस्तांतरित वायरल बीमारी के कारण हम अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे ।

( बेवजह बाहर मत जाओ,  हाथ धोते रहो, भीड़ से बचो, स्वच्छता रखो । सख्त अनुशासन हमारे देश को इस रोग से बचा सकता है । फ़रवरी 2021 के प्रथम सप्ताह में कोरोना के केस कम होने लगे थे परन्तु हमारी लापरवाही के कारण अब फिर बढ़ने लगे हैं ।)

पूरन चन्द्र कांडपाल
28.02.2021

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