Wednesday 20 May 2020

Sherdaa anpadh : शे रदा अनपढ़

मीठी मीठी-457 : शेरदा 'अनपढ़' - पुण्यतिथि पर याद

     (आज लौकडाउन क 57/68ऊं दिन छ । आज तली विश्व में कोरोना संक्रमित/मृत संख्या 49.85/3.24 लाख और देश में य संख्या 1.06 लाख+/3.2+ हजार हैगे । लौकडाउनक सम्मान करिया, भ्यार झन अया । कोरोना कर्मवीरोंक मनोबल बढ़ाया ।  )

     आजकि मीठी मीठी सुप्रसिद्ध कुमाउनी कवि शेरसिंह बिष्ट 'शेरदा अनपढ़' (3.10.1933 - 20.5.2012) कैं सादर समर्पित छ । शेरदा दगै मंच पर भैटण कएक ता मौक मिलौ ।अल्माड़ बै प्रकाशित हुणी कुमाउनी मासिक पत्रिका 'पहरू'क (संपादक डॉ हयात सिंह रावत) अंक जून-2017 में छपी उनरि कविता 'राम-राज ' पर एक नजर -

तिरंग रंगी रौ
सौ रंग में आज,
ढडू खानईं जाम पुंजि
बंढाडु खानईं ब्याज,
खान खानै फिर लै
रकसी रईं आज,
त्यार-म्यार हिस्स ददा
लूण दगै प्याज,
ओ शेरदा !
यै छु राम-राज ।

(शेरदाक बार में एक लघु वीडियो और लेख म्येरि किताब  'लगुल ' बै यां उद्धरत छ। शेरदा कैं विनम्र श्रद्धांजलि।)

पूरन चन्द्र काण्डपाल
20.05.2020

No comments:

Post a Comment