Monday 18 May 2020

Devbhumi veerbhumi sharaabbhumi : देवभूमि वीरभूमि शराबभूमि

खरी खरी - 631 : देवभूमि, वीरभूमि या शराबभूमि

    (आज लौकडाउन का 56/68वां दिन है । 54 दिन का लागातार तीसरा लौकडाउन रहा जिसे 18 मई 2020 से 14 दिन के लिए 31 मई 2020 तक बढ़ा दिया है जिसे चौथा लौकडाउन कहा जाएगा, जो अब  कुल 68 दिन का हो गया है । संक्रामक रोग कोरोना पूरे विश्व में बढ़ते जा रहा है । आज तक विश्व में कोरोना संक्रमित/मृत संख्या 48.90/3.20 लाख और देश में यही संख्या 1 लाख+/3.1+ हजार हो गई है । देश में 1 रोगी से 100 रोगी होने में 45 दिन लगे, 100 से 50 हजार होने में करीब 50 दिन लगे और 50 हजार से 1 लाख होने में मात्र करीब 12 दिन लगे । यह रफ्तार बहुत भयानक है । घर में रहें और लौकडाउन तथा कर्मवीरों का सम्मान करें । हमारा राष्ट्रीय  दायित्व है कि हम सरकारी निर्देशों का पालन करें तभी हम क्रूर कोरोना को हरा सकते हैं ।)

    शराब की याद  दिलाने के लिए उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों में सड़क के किनारे शराब  परोसने और इसे प्रोत्साहित करने के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हैं । कहा जा रहा कि कुछ राज्यों में ये बोर्ड जनता के विरोध से हटाए भी गए । धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन  देवभूमि की रीढ़ है परन्तु शराब पीने की याद दिलाकर इसे शराबभूमि  या तामसी  भूमि तो मत बनाओ । समाचारों/मीडिया के अनुसार उत्तराखंड में अब महिलाएं भी शराब की दुकानदार बन रही हैं । शराब की दुकान हेतु जितने भी आवेदन मिले उनमें कई महिलाओं के आवेदन भी बताए गए । गौरादेवी, बछेन्द्रीपाल, बिशनी देवी शाह, तीलू रौतेली, टिंचरी माई, कुंती वर्मा जैसी अनेक वीरांगनाओं की इस भूमि पर ये शराब बेचने वाले महिलाओं का कौनसा अवतार है?  केवल पैसे के लिए नशे का सहारा ? सैनिकों की जननी और शहीदों की मां कही जाने वाले देवभूमि की शराब से कोसों दूर रहने वाली उत्तराखंड की नारी तू कथां अलोप है गेछै ? ( तू कहां चली गई ? तू अदृश्य क्यों हो गयी ? ) तेरा टिंचरी माई वाला रूप देखने के लिए देवभूमि उत्तराखंड तरस रही है ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
19.05.2020

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