मीठी मीठी - 309 : हरयाव कि बधै
हरयाव कि बधै ।
हरयाव कि शुभकामना ।
जी रया जागिे रया,
गणतु पुछयारि है बचि रया,
बकर बलि है बचि रया,
डंगरियों है बचि रया,
जगरियों है बचि रया,
शराब है बचि रया,
बीड़ी सिगरट है बचि रया,
गुटक तमाकु है बचि रया ,
अंधविश्वास है बचि रया,
झुटि पाखंड है बचि रया,
कर्म संस्कृति कैं अपनया,
आपण काम में जुटि रया,
एक डाव बोट जरूर लगाया,
हरयाव कि खूब खूब बधै,
हरयाव कि भौत भौत शुभकामना ।
पूरन चन्द्र कांडपाल
17.07.2019
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