Tuesday 29 June 2021

PPE kits : आसान नहीं पी पी ई किट्स पहनना

खरी खरी - 880 : पी पी ई किट्स पहनना साहसी कार्य

       चीन द्वारा उत्पन्न वैश्विक संकट कोविड -19 (कोरोना वायरस ) से विश्व में 18.25 करोड़ से अधिक (32.61 लाख, 30.04.2020 ) लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 39.53 लाख से अधिक( 2.3 लाख, 30.04.2020 ) मृत हो चुके हैं । भारत में इस रोग का पहला केस 30 जनवरी 2020 को पहचान में आया । आज देश में 3.03 करोड़ से अधिक ( 33 हजार, 30.04.2020 ) लोग ग्रसित हैं जबकि 3.98 लाख से अधिक (1000 से अधिक, 30.04.2020 ) मृत हो चुके हैं ।  देश को संक्रमण से बचाने के लिए हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम घर में रहें, केवल बहुत जरूरी कार्य के लिए अच्छी तरह मास्क पहनकर ही बाहर निकलें । धार्मिक, सामाजिक और राजनैतिक भीड़ कोविड प्रोटोकाल के अनुसार जरूरी कार्य नहीं है । वैक्सीन अवश्य और शीघ्र लगाएं।

          इस समय देश के कर्मवीर इस रोग को हराने में जुटे हैं । अस्पताल में रोगी से संपर्क करने वाले प्रत्येक कर्मवीर को पी पी ई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट ) किट पहननी अनिवार्य है । सिर से लेकर पैर तक पूरे शरीर को ढकने के लिए कई परतों में यह किट पहनी जाती है जिसमें एडल्ट डाईपर भी शामिल है । इस किट से शरीर को हवा नहीं मिलती और असहजता पैदा होती है । जीवन को जोखिम में डालने वाले ये कर्मवीर इस किट को बड़ी हिम्मत और सही तरीके से पहनते हैं । थोड़ी सी असावधानी खतरनाक हो सकती है । ये कर्मवीर इस अवस्था में भी बड़े धैर्य और साहस से अपना कर्तव्य निभाते हैं ।

    हम इन कर्मवीरों को सलाम कहते हैं, नमन करते हैं और सलूट करते हैं । इनका कर्म व्यर्थ न जाय इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना को हराने के लिए घर में रहें तथा कोविड प्रोटोकाल का सम्मान करें । अभी भी कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।  सबसे बड़ा धर्म देश है । देश को बचाएं और घर में रहें तथा प्रत्येक कर्मवीर को घर बैठे शुभकामना दें ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
30.06.2021

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