Sunday 6 June 2021

Achchhwa ang : अस्वच्छ अंग

खरी खरी - 865 : शरीर का सबसे अस्वच्छ अंग

      हाथ नहीं मिलाने की जागरूकता पर मैंने तीन वर्ष पूर्व  24 जून 2017 को एक खरी - खरी लिखी थी । यह आज बहुत प्रसांगिक है और पुनः पढ़ने के लिए आपके सम्मुख है ।

     "आप जानते हैं कि मनुष्य के शरीर का सबसे अधिक अस्वच्छ अंग कौनसा है ? जी वह है हमारा दांया हाथ । एक अध्ययन के अनुसार हमारे देश में 47 % लोग शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते हैं । 62 % लोग भोजन करने से पहले और 70 % लोग भोजन पकाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं ।

     हम दिन भर सबसे हाथ मिलाते हैं,( कोरोना काल में कुछ कम हुआ है ) रेल- मेट्रो- बस- टैक्सी के डंडे-दरवाजे पकड़ते हैं, सीड़ियों के रैलिंग पकड़ते हैं, नाक- कान- मुंह में हाथ डालते हैं, कार्यालय के काउंटर- टेबल- खिड़की- कुंडी पर हाथ लगाते हैं, स्विच- रिमोट- मोबाइल- पैन- सार्वजनिक बेंच-कुर्सी, करंसी नोट-सिक्के आदि सब पर दिन भर हाथ रगड़ते रहते हैं । पसीना पोछते हैं, मूत्रांग स्पर्श करते हैं, खांसते- छींकते मुंह पर हाथ रखते हैं । सारा दिन हमारा दांया हाथ इन सभी जगहों से पूरी तरह दूषित- अस्वच्छ हो जाता है ।

     गंदे हाथ से हमें जुकाम, डायरिया, हैपेटाइटिस, आंख की बीमारी, हैजा, टाइफाइड, वाइरल जैसे कई रोग हो सकते हैं । सौ बातों की एक बात यह है कि भोजन करने और खाना बनाने से पहले, स्कूल- कार्यालय से घर पहुंचते ही सबसे पहले साबुन से अच्छी तरह रगड़कर हाथ धोने चाहिए । अभिवादन करने के लिए हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़कर अभिवादन करने की आदत डालिये । यदि हमने ऐसा कर लिया तो 90% रोगों से हमने स्वयं को बचा लिया । सोचिए मत, आज ही से हाथ धोकर इस पुनीत आदत को अपनाने हेतु अपने पीछे पड़ जाइए ।"

     इस लेख को संपादित करते हुए मैंने 20 फरवरी 2020,  21 मार्च 2020 तथा 06 जून 2020 को पुनः सोसल मीडिया में पोस्ट किया । आज कोरोना संक्रमण के इस दौर में इस लेख की प्रासंगिकता को समझने की आवश्यकता है । अब तो लोगों ने कोरोना दौर बीत जाने के बाद भी अभिवादन हाथ जोड़कर ही करने की संस्कृति को अपनाना होगा । भूल से भी हाथ मिलाने की संस्कृति को अब न अपनाया जाय ताकि हस्त स्पर्श से कोरोना सहित किसी भी प्रकार का संक्रमण न फैले ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
07.06.2021

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