Saturday 22 June 2019

। Jindagi k haal: जिंदगी क हाल

खरी खरी - 445 : जिंदगी क हाल (1)

जिन्दगी उकाव
जिन्दगी होराव,
कभैं अन्यार औंछ यैमें
कभैं छ उज्याव ।

सुख दुखा बादल यैमें
आते जाते रौनी,
सिद बाट कम यैमें
टयाण ज्यादै औंनी ।
कभैं यां तुस्यार जौ लागूं
कभैं तात मुछ्याव ।
जिन्दगी...

कैं खुशी का नौव यैमें
कैं दुख कि गाड़,
कैं छ गुलाब- हांजरी
कैं कना कि बाड़ ।
कैं सुखी गध्यार यैमें
कैं पाणी का पन्याव ।
जिन्दगी...
क्रमशः...

पूरन चन्द्र काण्डपाल
22.06.2019

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