Thursday 10 May 2018

Press nishpaksh निष्पक्ष रहे प्रेस

खरी खरी - 235 :  प्रेस निष्पक्ष रहे

      प्रेस स्वतंत्रता की स्वतंत्रता बनी रहे और प्रेस बेझिझक अपनी बात कहे तथा प्रेस की गुणवत्ता एवं उस पर विश्वास बना रहे ।  प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के नाते निडर, निर्भीक और निष्पक्ष बना रहे ।

     वर्तमान में कई बार हम देखते हैं कि प्रेस निष्पक्ष नहीं होती । हमने हाल ही में एक राज्य में  चुनाव प्रचार देखा । ऐसा लग रहा था कि प्रिंट और दृश्य-श्रवण मीडिया कई बार प्रायोजित प्रचार कर रहा है । साक्षात्कारों में मन चाहे प्रश्न पूछे या पुछवाये जाते थे । किसी दल की बात अधिक तो किसी की कम होती थी । कार्टून के माध्यम से भी जो बात कही जाती थी उसमें कई tv चैनलों ने एकतरफा बात कही अर्थात दूसरे दल या व्यक्ति का उपहास किया ।

     प्रेस की स्वतंत्रता का मूल मंत्र है निष्पक्षता । हम आशा करते हैं कि हमारे देश की प्रेस स्वतंत्र रहे, अपनी नैतिकता समझे, अपनी आचार संहिता बनाये और राष्ट्रहित में अपना कर्तव्य निभाये । साथ ही जो समाचार पत्र जेबी बन गए हैं वे जेब से बाहर आकर जनहित में कार्य करें और किसी एक के दब्बू बनकर न रहें ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
11.05.2018

No comments:

Post a Comment