खरी खरी - 242 : देवभूमि, वीरभूमि या शराबभूमि
शराब की याद दिलाने के लिए उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों में सड़क के किनारे शराब परोसने और इसे प्रोत्साहित करने के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हैं । कहा जा रहा कि छतीसगढ़ में एक स्थान पर ये बोर्ड जनता के विरोध से हटाये जा रहे हैं । धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन देवभूमि की रीढ़ है । शराब पीने की याद दिलाकर इसे शराबभूमि या तामसी भूमि तो मत बनाओ ।
उत्तराखंड से छपने वाले एक अखबार के अनुसार उत्तराखंड में अब महिलाएं भी शराब की दुकानदार बन रही हैं । महिलाओं के कई आवेदन मिलते आये हैं और बताया जाता है कि कई महिलाओं को शराब की दुकान आबंटित हुई हैं । गौरादेवी, बछेन्द्रीपाल, बिश्नी देवी शाह, तीलू रौतेली, टिंचरी माई, कुंती वर्मा जैसी अनेक वीरांगनाओं की इस भूमि पर ये शराब बेचने वाले महिलाओं का कौनसा अवतार है?
केवल पैसे के लिए नशे का सहारा ! ! सैनिकों की जननी और शहीदों की मां कही जाने वाले देवभूमि की नारी तू कथां अलोप है गेछै ?( तू अदृश्य क्यों हो गयी ?)
पूरन चन्द्र काण्डपाल
22.05.2018
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