मीठी मीठी - 660 : शब्द सम्पदा
(‘मुक्स्यार’ किताब बटि )
सिदसाद नान छी उ
दगड़ियां ल भड़कै दे /
बूबू कि उमर क ख्याल नि कर
नना चार झड़कै दे /
मान भरम क्ये नि हय
कुकुरै चार हड़कै दे /
खेल खेलूं में अझिना अझिन
नई कुड़त धड़कै दे /
कजिय छुडूं हूं जै भैटू
म्यर जै हात मड़कै दे /
बिराऊ गुसीं यस मर
दै हन्यड़ कड़कै दे /
तनतनाने जोर लगा
भिड़ जस दव रड़कै दे /
गिच जउणी चहा वील
पाणी चार सड़कै दे /
बाड़ में हिटणक तमीज निहय
डाव नउ जस टड़कै दे /
लकाड़ फोड़णियल ठेकि भरि छां
एकै सोस में चड़कै दे /
गदुवक वजन नि सै सक
सुकी ठांगर पड़कै दे /
बीं हूं काकड़ धरी छी
रात चोरूल तड़कै दे /
लौंड क कसूर क्ये निछी
खालिमुलि नड़कै दे /
पतरौवे कैं खबर नि लागि
बांजक डाव गड़कै दे /
पूरन चन्द्र कांडपाल
26.10.2021
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