Wednesday 6 October 2021

Kavita : कविता

मीठी मीठी - 653 : क्या है कविता?

शब्दों की माला

बनाती है कविता

दिल के उफान को

बताती है कविता

सोए हाकिम को

जगाती है कविता

आसन पर बैठों को

हिलाती है कविता ।

बेगानों को अपना

बनाती है कविता

अपनों को ऐहसास

कराती है कविता

अपना गिरेबां

दिखाती है कविता

आदमी को इंसान

बनाती है कविता ।

राष्ट्र की धुन

हुंकारती है कविता

वीरों का शौर्य

फुफकारती है कविता

शहीदों की स्मृति

जगाती है कविता

उलझन दिलों की

सुलझाती है कविता ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल

07.10.2021

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