Tuesday 4 May 2021

PPE kits : साहसिक कार्य पी पी ई किट पहनना

खरी खरी - 845 : पी पी ई किट्स पहनना बहुत साहसी कार्य

       चीन द्वारा उत्पन्न वैश्विक संकट कोविड -19 (कोरोना वायरस ) से विश्व में 15.46 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 32.33 लाख दुनिया की छोड़ कर जा चुके हैं । भारत में इस रोग का पहला केस 30 जनवरी 2020 को पहचान में आया । आज देश में 2.05 करोड़ से अधिक लोग ग्रसित हैं ( जबकि 30.04.2020 तक करीब 31 हजार ग्रसित केस थे ) और 2.25 लाख से अधिक हमारे बीच से जा चुके हैं ( जबकि 30.04.2020 तक एक हजार मृत हुए थे।)  आज देश में कई जगह लौकडाउन चल रहा है । देश को बचाने के लिए हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम घर में रहें, केवल बहुत जरूरी कार्य के लिए मास्क पहनकर बाहर निकलें । घूमना या धर्म स्थलों में जाना जरूरी कार्य नहीं है । कोरोना के इस बिकराल रूप के लिए देश की जनता द्वारा इस रोग को गंभीरता से नहीं लिया जाना तो है इससे भी बढ़कर हमारे नीति नियंता जिम्मेदार हैं जिन्होंने धार्मिक - राजनैतिक - सामाजिक आयोजनों, कुंभ स्नान और 5 राज्यों सहित उत्तर प्रदेश के पंचायती चुनावों में कोरोना से बचने के सभी नियमों को ताक पर रख दिया। यदि उचित कदम उठाए होते तो आज ये हाल नहीं होता।  आज देश में कोरोना रोगी आक्सीजन के बिना दम तोड़ रहे हैं । हम किस मुंह से अपनी प्रगति का बखान कर रहे हैं ? उन लोगों को नमन जो कुछ जगहों पर रोटी के साथ आक्सीजन लंगर भी लगा रहे हैं।

          इस समय देश के कर्मवीर इस रोग को हराने में जुटे हैं । अस्पताल में रोगी से संपर्क करने वाले प्रत्येक कर्मवीर को पी पी ई ( पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट ) किट पहननी अनिवार्य है । सिर से लेकर पैर तक पूरे शरीर को ढकने के लिए कई परतों में यह किट पहनी जाती है जिसमें एडल्ट डाईपर भी शामिल है । इस किट से शरीर को हवा नहीं मिलती और असहजता पैदा होती है । जीवन को जोखिम में डालने वाले ये कर्मवीर इस किट को बड़ी हिम्मत और सही तरीके से पहनते हैं । थोड़ी सी असावधानी खतरनाक हो सकती है । ये कर्मवीर इस अवस्था में भी बड़े धैर्य और साहस से अपना कर्तव्य निभाते हैं । कई कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर अपनी कुर्बानी दे चुके हैं।

       हम इन कर्मवीरों को सलाम कहते हैं, नमन करते हैं और सलूट करते हैं । इनका कर्म व्यर्थ न जाय इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना को हराने के लिए घर में रहें तथा लौकडाउन का सम्मान करें । अब वैक्सीन लगाई जा रही है जिसे अवश्य लगाएं । वैक्सीन के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करें और जागरूक रहें । इन पंक्तियों के लेखक ने सपत्नीक वैक्सीन की दोनों डोज लगा ली हैं और लोगों को वैक्सीन के लिए मोटिवेट करना जारी है । वैक्सीन लगाने के बाद किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई ।  अभी भी कुछ लोग कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे और धार्मिक स्थानों, बाजारों व पार्कों में जा रहे हैं तथा सड़कों पर घूम रहे हैं । सबसे बड़ा धर्म देश है । देश को बचाएं और घर में रहें तथा प्रत्येक कर्मवीर को घर बैठे दिल से शुभकामना दें ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
05.05.2021

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