Monday 24 May 2021

Bhupaal singh bisht nidhan : भूपाल सिंह बिष्ट निधन

स्मृति - 599 : चले गए भ्रातृ मंडल के भूपाल सिंह बिष्ट

      मार्च 2020 जबसे कोराना संक्रमण ने देश में दस्तक दी है तब से इस क्रूर बीमारी ने समाज से कई प्रिय जनों को हमसे छीन लिया है । अब यह सूची लंबी हो गई है। आए दिन कोई न कोई दुखद समाचार हमें पीड़ा पहुंचाते रहता है । ऐसे ही 23 मई 2021 को करीब 2 बजे अचानक देवभूमि उत्तराखंड धार्मिक - सामाजिक विकास संगठन अवंतिका रोहिणी दिल्ली के अध्यक्ष श्री नारायण दत्त लखेड़ा जी की एक पोस्ट से ज्ञात हुआ कि इसी संस्था के संस्थापक सदस्य श्री भूपाल सिंह बिष्ट जी का अस्पताल में कोरोना संक्रमण से निधन हो गया है । स्तब्ध कर देने वाली इस पोस्ट पर मानो यकीन नहीं हुआ । फोन से बात करने पर लखेड़ा जी ने खबर की पुष्टि की ।

         दिवंगत भूपाल सिंह बिष्ट जी से मेरा परिचय करीब पच्चीस वर्ष पूर्व हुआ । तबसे उनसे लगातार किसी न किसी सामाजिक - धार्मिक आयोजन में भेंट होती रहती थी । उत्तराखंड भ्रातृ मंडल अवंतिका सेक्टर - 1 रोहिणी दिल्ली के तत्वाधान में प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस समारोह आयोजन होता था । सामाजिक एकजुटता के प्रतीक उस समारोह को मैंने कई बार देखा । इस आयोजन में भी वे पूरी टीम के साथ सक्रीय भूमिका निभाते थे । वे उत्तराखंडी समाज के साथ ही समाज के सभी वर्ग के बीच अपनी संवेदनशीलता, कर्मठता, सौहार्द, सामाजिक दृष्टिकोण, सर्वधर्म समभाव की सोच और सहयोग की प्रवृति के कारण बहुत लोकप्रिय थे ।

     कल उनके चले जाने से समाज के कई लोगों ने अपनी पीड़ा प्रकट करते हुए उन्हें सामाजिक स्तंभ, वटवृक्ष, योग प्रचारक  और कर्मठ सामाजिक कार्यकर्ता बताया है । वे रोहिणी दिल्ली में कुमाउनी - गढ़वाली भाषा शिक्षण कार्यक्रम को लखेड़ा जी के साथ बखूबी निभाते थे । सेवा निवृत्त होने के बाद वे रोहिणी सेक्टर 3 में अपने परिवार के साथ रहते थे । हास्य - विनोद से ओतप्रोत, सदैव प्रसन्नचित एवं मुस्कराते रहने वाले भूपाल सिंह बिष्ट का अचानक चले जाना हम सबको बहुत कचोटता है, पीड़ा देता है । कल ही निगमबोध घाट दिल्ली पर उनका शरीर पंच तत्व में मिल गया । इस विकट स्थिति में पूरा समाज उनके शोकाकुल परिवार के साथ खड़ा है । सहयोग के पर्याय बन चुके भूपाल सिंह बिष्ट जी आप बहुत याद आवोगे । उन मंचों पर आपकी जगह भरनी मुश्किल होगी जहां से आप देश, समाज, परिवार, एकता, शहीद स्मरण और मित्रता का संदेश देते थे।   समाज आपको भुला न सकेगा । हम सबकी अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि ।

पूरन चन्द्र कांडपाल
24.05.2021

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