Saturday 8 May 2021

Haath na milaayen : हाथ न मिलाएं

खरी खरी -  848 : हाथ न मिलाएं

     क्या आप जानते हैं कि मनुष्य के शरीर का सबसे अधिक अस्वच्छ अंग कौनसा है ? जी वह है हमारा दांया हाथ । एक अध्ययन के अनुसार हमारे देश में 47 % लोग शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते हैं । 62 % लोग भोजन करने से पहले और 70 % लोग भोजन पकाने से पहले हाथ नहीं धोते हैं ।

     हम दिन भर सबसे हाथ मिलाते हैं, रेल- मेट्रो- बस- टैक्सी के डंडे-दरवाजे पकड़ते हैं, सीड़ियों के रैलिंग पकड़ते हैं, नाक- कान- मुंह में हाथ डालते हैं, कार्यालय के काउंटर- टेबल- खिड़की- कुंडी पर हाथ लगाते हैं, स्विच- रिमोट- मोबाइल- पैन- सार्वजनिक बेंच-कुर्सी, करंसी नोट-सिक्के आदि सब पर दिन भर हाथ रगड़ते रहते हैं । पसीना पोछते हैं, विसर्जनांग स्पर्श करते हैं, खांसते- छींकते मुंह पर हाथ रखते हैं । सारा दिन हमारा दांया हाथ इन सभी जगहों से पूरी तरह दूषित- अस्वच्छ हो जाता है ।

     गंदे हाथ से हमें जुकाम, डायरिया, हैपेटाइटिस, आंख की बीमारी, हैजा, टाइफाइड, वाइरल जैसे कई रोग हो सकते हैं । सौ बातों की एक बात यह है कि भोजन करने और खाना बनाने से पहले, स्कूल- कार्यालय से घर पहुंचते ही सबसे पहले साबुन से अच्छी तरह रगड़कर हाथ धोने चाहिए । अभिवादन करने के लिए हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़कर अभिवादन करने की आदत डालिये । यदि हमने ऐसा कर लिया तो 90% रोगों से हमने स्वयं को बचा लिया । सोचिए मत, आज ही से हाथ धोकर इस पुनीत आदत को अपनाने का संकल्प करिए ।

      यह लेख 6 जुलाई 2017 को सोसल मीडिया में लिखा और तब से कई बार कुछ बदलाव के साथ पुनः लिखा तथा पत्र- पत्रिकाओं में भी छपा । विगत वर्ष भी कुछ बदलाव के बाद लिखा । आज इस लेख की प्रासंगिकता बढ़ गई है । वर्तमान में कोरोना बीमारी से बचाव का हाथ न मिलाना एक कारगर उपाय है । समाचारों के अनुसार दिल्ली सहित देश के कई भागों में कोरोना ने बिकराल रूप धारण कर लिया है । वैक्सीन भी लगने लगी है । बचाव के तरीके भूलिए मत - मास्क, देह दूरी, हस्त प्रक्षालन और भीड़ से बचाव।

समझो और समझाओ,
हाथ नहीं मिलाओ ।
मुस्कराते हुए केवल,
दूर से हाथ हिलाओ ।

(देश में अब विगत 24 घंटे में कोरोना केस 4 लाख से पार और मृत्यु भी एक दिन में चार हजार पार। यह समाचार बहुत दुखित करता है लेकिन सचेत भी करता है कि लोग लापरवाही न करें । )

पूरन चन्द्र कांडपाल
09.05.2021

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