Saturday 15 May 2021

Ganga bole : गंगा बोले

खरी खरी - 852 : गंगा बोले

गंगा बोले यमुना से
बहन व्यथित हमारे तीर
नौकायन होता था जहां
वहां तैरे मृत शरीर,

तैरे मृत शरीर कहां हैं
वोट के भिखारी ?
भाषण -आश्वासन की
कैसी कला है न्यारी,

कह 'पूरन' इनके कृत्यों से
हुआ माहौल बदरंगा
अंधा लंगड़ा बहरा तंत्र
किसे धतियाए गंगा ?

पूरन चन्द्र कांडपाल
16.05 2021

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