Saturday 7 July 2018

Teeloo rauteli : तीलू रौतेली

मीठी मीठी - 129 : वीरांगना तीलू रौतेली (नाट्य मंचन)

    06 जुलाई 2018 की सायँ श्रीराम कला केन्द्र मंडी हाउस नई दिल्ली के सभागार में वीरांगना 'तीलू रौतेली" का नाट्य मंचन देखा ।  मंचन में करीब तीन दर्जन कलाकारों ने भाग लिया । सभी कलाकारों ने उतकृष्ट कला का प्रदर्शन किया । सबका नाम लिखना थोड़ा मुश्किल है । फिर भी कुसुम चौहान, प्रज्ञा सिंह रावत, महेंद्र सिंह लटवाल, वंश सेठी, जगमोहन सिंह रावत, जितेश शर्मा, वासु सिंह आदि कलाकारों ने दर्शकों से खचाखच भरे सभागगर से कला का उम्दा प्रदर्शन कर खूब तालियां बटोरी । कलाकारों की इस टीम ने अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी । मंच पर और मंच से परे सभी सहयोगियों ने उम्मीद से अधिक प्रदर्शन किया । लेखक दिनेश बिजल्वाण ने कई ऐतिहासिक पहलुओं को छूते हुए समसामयिक संदेश भी दिया । सु.लक्ष्मी रावत का निर्देशन उत्कृष्ट था । इस सफल प्रजेंटेसन औऱ आयोजन के लिए प्रज्ञा आर्ट्स को बधाई और शुभकामना ।

     लगभसग दो घंटे के इस नाट्यमंचन में दर्शक जमे रहे । गीत - संगीत भी लुभावना था । मैना देवी ने जहां दर्शकों की आंखें नम की वहीं तीलू रौतेली ने जोशीले संवादों से दर्शकों के रोंगटे खड़े किये । उत्तराखंड की नारी की वीरता को दर्शाने वाले इस मंचन ने संदेश दिया कि वहां की नारी देश -काल-परिस्थिति के अनुसार वास्तव में रणचंडी बन कर संघार भी कर सकती है । कथानक के अनुसार मूसल भड़ भी उत्कृष्ट रहे । युद्ध के दृश्यों को बखूबी दिखाया जिसमें तलवार युद्ध और मल्ल युद्ध के रोमांचित करने वाले दृश्य भी देखे गए । समय कम पड़ गया अन्यथा प्रत्येक कलाकार से मिलने और व्यक्तिगत भावना प्रकट करने का मन था । सभी कलाकारों की चर्चा नहीं कर सका जिसका मुझे खेद है । पुनः इस आयोजन की सम्पूर्ण टीम को बधाई और शुभकामना ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
07.07.2018

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