Tuesday 17 July 2018

Harela : हरेला

मीठी मीठी -131 : उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला

     आज 16 जुलाई 2018 हरेला त्यौहार है । हरेला अर्थात पर्यावरण बचाने का दिन । आज पौध रोपण का दिन भी ही, वनमहोत्सव की ऋतु है । जिसके पास थोड़ी जगह है, या बेनाप जगह है उसमें एक फलदार पेड़ या चीड़ को छोड़कर कोई भी अन्य पेड़ जरूर लगाएं और उसकी परवरिश करें । हरेले की टोकरी तो दस दिन में लवारिश हो जाती है लेकिन पेड़ इस धरती का श्रृंगार आजीवन करता रहेगा । हरेले का मतलब ही हरियाली से है । पेड़ लगाने की नई परम्परा का स्वागत करें । चाहे पहाड़ रहें या मैदान, करें धरा को विटप दान ।

     पौध रोपण हमें अपनी आदत में सुमार करना होगा तभी यह धरा हमारे और हमारी भविष्य की पीढ़ियों के रहने लायक रहेगी ।

होली दिवाली दशहरा
पितृपक्ष नवरात्री,
ईद क्रिसमश बिहू पोंगल
गुरुपूरब लोहड़ी ।   
पौध रोपित एक कर
पर्यावरण को तू बचा,               
उष्म धरती हो रही
शीतोष्णता इसकी बचा ।

     प्रत्येक त्यौहार पर एक पौधा अवश्य लगाकर उसकी निरंतर परवरिश करना हमारा सर्वोपरि कर्तव्य होना चाहिए । हमारे देश की गंगा -जमुनी संस्कृति जो हमारी धरोहर है उसे पौध रोपण के साथ बचाये रखना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है । सभी मित्रों को हरेले की शुभकामनाएं ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
16.07.2018

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