Thursday 19 July 2018

Paudh ropan mein ieemaandaaree: पौध रोपण में ईमानदारी

खरी खरी -277 : पौध-रोपण में ईमानदारी

      समाचार पत्रों के अनुसार आजकल देश में पौध रोपण के कई रिकार्ड बनाये जा रहे हैं । लाखों- करोड़ों पौधे लगाए जाने की बात हो रही है। इनमें परवरिश कितनों की होगी और कितने पौधे वृक्ष का रूप लेंगे ? इस हेतु पूरा रिकार्ड रखा जाना चाहिये । पिछले साल भी ऐसा हुआ परन्तु रोपने के बाद इन पौधों को कोई देखने नहीं आया ।  वनमहोत्सव तो हर साल मनाया जाता है पता नहीं कितना जमीन में और कितना कागज में ?

    देश में हर साल चातुर मास में करोड़ों पौधे रोपे जाते हैं परन्तु बहुत कम ही जीवित रहते हैं क्योंकि रोपाई के बाद कोई इन्हें देखने नहीं आता । इस बात की जिम्मेदारी होनी चाहिए तभी देश में हरियाली बनी रहेगी और वातावरण भी स्वच्छ रहने की उम्मीद बनी रहेगी । एक व्यक्ति द्वारा एक पेड़ रोपकर उसकी देखभाल करना देखा जाय तो कोई बड़ा कार्य नहीं है । सोसल मीडिया में किसी मूर्ति के बजाय पौधरोपण का चित्र भेजना मैं उचित समझता हूँ क्योंकि इससे समाज को प्रेरणा मिलेगी बसरते इसमें ईमानदारी बरती जाय ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
20.07.2018

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