खरी खरी - 172 : जे & के में सेना पर एफ आई आर क्यों ?
जम्मू-कश्मीर में शोपियां में सेना के एक मेजर और 10 गढ़वाल राइफल्स के जवानों पर राज्य सरकार द्वारा अपने वोट बैंक के खातिर एफ आई आर दर्ज करना एक शर्म की बात है । दुःखद तो यह है कि वहां साझी सरकार में ऐसी घटना घट रही है । यह आश्चर्य की बात है कि जो सेना 24 घंटे दुश्मनों से राष्ट्र की रक्षा कर रही है उसी को आप अपराधी बना रहे हैं । हम आशावान हैं कि इनकी इस करतूत से सेना का मनोबल नहीं गिरेगा ।
हमारी सेना पर आतंकवाद के पोषक और प्रायोजक हमेशा ही कुछ न कुछ आरोप मढ़ते रहते हैं । यदि कुछ नहीं मिला तो उन पर दुष्कर्म का या छेड़खानी का आरोप मढ़ दिया जाता है । फिर भी सेना जॉच करती है और लेशमात्र भी दोष पाए जाने पर दोषी को दंडित करती है । भारतीय सेना विश्व की सबसे उत्तम अनुशासित सेना है जिसकी चर्चा दुश्मन के गलियारे में भी होती है ।
जम्मू-कश्मीर से आफस्पा किसी भी हालत में नहीं हटाई जानी चाहिये और पत्थरबाजों और उनके आकाओं को कठोर दंड दिया जाना चाहिए । अलगाववादी नेता अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते हैं और गरीब कश्मीरियों के बच्चों को पत्थर पकड़ा कर अपना उल्लू साधते हैं । जिस भीड़ ने 10 गढ़वाल राइफल्स के मेजर आदित्य कुमार की सैन्य टुकड़ी पर हमला किया उसे यदि गोलियों से नहीं रोका जाता तो स्तिथि अधिक खराब हो गई होती । हम अपनी सेना को सलूट करते हुए हर परिस्थिति में बड़े सम्मान से उसके साथ खड़े हैं । सेना का जयघोष करते हुए एफ आई आर को निरस्त करने की अपील करते हैं ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
11.02.2018
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