खरी खरी - 203 : सुनो मुख्यमंत्री जी !!!
(सुना है गैरसैण में विधानसभा का अधिवेसन हो रहा है ।)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ज्यू, चारों ओर, सर्वत्र, पहाड़- मैदान कहीं भी, सब जगह 'गैरसैण -गैरसैण' हो रही है । पहाड़ की आवाज और पहाड़ की आत्मा को मत दबाओ मुख्यमंत्री जी । 9 ने तो नहीं सुनी, आप 10वें हो त्रिवेंदा । करो हिम्मत गैरसैण राजधानी घोषित कर दो ।
इतिहास याद रखेगा आपको देवेगौड़ा जी की तरह जिन्होंने ने लालकिले से राज्य की घोषणा की थी । यह तो पहाड़ की पुकार है । एक लोकप्रिय नेता बनने की घड़ी आपके सामने है । कैसे आप याद किये जाओगे यह आप एक बार सोचिए तो सही त्रिवेंदा !! इतिहास कहेगा, "त्रिवेंद्र रावत ने बनाई राजधानी गैरसैण ।" अर्जुन बनिये सर, उठाइये तीर और वेध दीजिये लक्ष्य । आपको शुभकामना ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
21.03.2018
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