Sunday 11 March 2018

Navsamvatsar shubhkamna : नवसंवत्सर शुभकामना

मीठी मीठी - 86 : नवसंवत्सर शुभकामना समारोह 

     11 मार्च 2018 को गढ़वाल भवन नई दिल्ली में उत्तरांचल विद्वत परिषद दिल्ली के तत्वाधान में 'नवसंवत्सर शुभकामना समारोह'  ( संवत्सर 'विरोधी' 18 मार्च 2018 को है । ) आयोजित किया गया । समारोह के प्रथम सत्र में प्रकांड विद्वान तथा संस्था के अध्यक्ष पंडित महिमामानंद द्विवेदी, डा. गंगा प्रसाद 'विमल', डा. हेमा उनियाल, आचार्य मधुकर द्विवेदी और पूरन चन्द्र काण्डपाल आदि ने आयोजन में अपने विचार प्रस्तुत किये जिनका सभागार में बैठे आगन्तुकों ने खूब आंनद लिया । इस अवसर पर श्रीमती मीरा गैरोला ने अपने गीत से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया ।

      भोजनोपरांत आयोजन के अपरान्ह सत्र में कुमाउनी - गढ़वाली कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि श्री ललित केशवान जी ने की । काव्य पाठ करने वाले कवियों में सर्वश्री दिनेश ध्यानी, रमेश हितैषी, गिरीश बिष्ट 'हँसमुख', डा. केदारखंडी, श्रीमती संयोगिता ध्यानी, ओपी आर्य, गिरीश भावुक, सच्चिदानंद नैनवाल , प्रदीप वेदवाल, कैलाश धस्माना और पूरन चन्द्र काण्डपाल आदि थे । शुभकामना के भाव- विह्वल कर देने वाले संदेशों के इस आयोजन के दोनों सत्रों का कुशल संचालन डा. पवन मैठानी जी ने बहुत ही सटीक और सूक्ष्म शब्दों में विश्लेषण के साथ किया ।

     हमारे लिये सबसे हर्ष की बात यह है कि इस समारोह में संस्था के अध्यक्ष पंडित जी ने सबको जोड़ने तथा साथ लेकर समाज के हित में कार्य करने पर जोर दिया । आयोजन में सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होने के साथ ही हमारी भाषा की भी बात हुई । डा.मधुकर द्विवेदी जी ने अपने शुभकामना संदेश में सामाजिक सौहार्द की बात करते हुए भविष्य में भी इस तरह के आयोजन करते रहने की प्रतिवद्धता प्रकट की । पंडित जी के स्नेहाशिर्वाद के साथ आयोजन का समापन किया गया ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
12.03.2018

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