Tuesday 20 March 2018

Kumbh snaan : कुंभ स्नान

खरी खरी - 202 : कुंभ स्नान

बाबा -संत - स्वामी
बैरागी तांत्रिक औघड़
भीड़ तांता रेला
दुकान दर्शक दर्शन
आया कुंभ मेला ।

नहा लिया कुंभ
मिल गया फल
कट गए पाप
एक डुबकी से
अपने आप ।

बिका अंधविश्वास
पनपा रुढ़िवाद
नदिया के द्वार
खूब चली झोली
मन्नत की दुकान ।

चर्चा से दूर
पर - पीड़ा- पाप
परोपकार- पुण्य
प्रदूषण -विसर्जन
प्रकृति -निराकार ।

ईर्ष्या राग-द्वेष लूट
भ्रष्टाचार नशा घूस
मिलावट उत्पीड़न
अकर्मण्यता दुष्कर्म
स्नान से बेअसर ।

पाप काटने गए
कट गई जेब
लूटने के बाद
नजर आया
लुटेरों का फरेब ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
20.03.2018

No comments:

Post a Comment