Saturday 10 March 2018

Sansad marg gairsain : संसद मार्ग पर गैरसैण गूंज

खरी खरी - 197 : संसद मार्ग पर "गैरसैण" की गूंज

     कल 10 मार्च 2018 को कई उत्तराखंडी संसद मार्ग पहुंचें । गैरसैण के लिए सबने कहा 'अभी नहीं तो कभी नहीं ।' 18 वर्ष हो गए हैं सरकार के आश्वासन की प्रतीक्षा में । डबल इंजन को यार्ड में जंग लग रहा है । उत्तराखंड में कांग्रेसयुक्त बीजेपी सरकार को अब ईमानदारी से शीघ्र गैरसैण को राजधानी घोषित कर देना चाहिए । पहाड़ के विकास का द्योतक है गैरसैण । 2 वर्ष में अमरावती बन गयी और हम टटास रखे गए । बातें तो सबने कही, वायदे तो सभी ने किए लेकिन मुकरते चले गए । अब नहीं चलेगा ये छल । अब प्रत्येक उत्तराखंडी समझ चुका है और गैरसैण ले के ही मानेगा । उत्तराखंड में भी कई दिनों से आन्दोलन चल रहा है ।

     1994 के उत्तराखंड राज्य आंदोलन के 42 शहीदों की आत्मा को शांति तभी मिलेगी जब राज्य की राजधानी गैरसैण बनेगी । प्रधानमंत्री जी के कार्यालय को आज भी  9 फरवरी 2018 की तरह ज्ञापन सौंपा गया । आज के संसद मार्ग धरने पर कई वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, कवि, समाजसेवी, राज्य- आंदोलनकारी, मातृशक्ति सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । अब सरकार की समझ में यह बात आ जानी चाहिए कि उत्तराखंडी गैरसैण राजधानी बनवा कर ही मानेंगे ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
11.03.2018

No comments:

Post a Comment