मीठी मीठी - 94 : खूब स्नेह बरसाया आपने
कल 28 मार्च को आप सभी मित्रों ने मुझ पर खूब प्यार बरसाया । मेरी खरी खरी, मीठी मीठी और बिरखांत के आप ही तो पारखी हैं । मेरे शब्दों की माला जो मैं आपको भेंट करते आया हूँ और करते रहूँगा, कृपया उसे स्वीकार करते रहें । सभी मित्रों का हार्दिक आभार ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
29.03.2018
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