Wednesday 3 January 2018

Sukhana rose garden : सुखना झील ,रोज ग्सरदें

मीठी मीठी - 62 : सुखना झील और रोज गार्डन

     चंडीगढ़ भ्रमण के दौरान तीन विशिष्ट स्थानों ने आगन्तुकों को खूब लुभाया । इनमें से नेकचंद सृजित रॉक गार्डन की चर्चा मीठी मीठी -61 में पिछले वर्ष 31 दिसम्बर को कर चुका हूं । आज सुखना झील और रोज गार्डन पर सूक्ष्म चर्चा ।

     सुखना झील चंडीगढ़ में पर्यटकों को लुभाने का रॉक गार्डन के बाद दूसरा स्थान है । शिवालिक पर्वत श्रंखला में निर्मित इस बनावटी झील का निर्माण 1958 में किया गया जिसमें वर्षा का पानी एकत्र होता है । 16 फुट गहरी इस झील का क्षेत्रफल 3 वर्ग किलोमीटर है । यहां रोइंग और याचिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाती है । इस क्षेत्र में कई वन्यजीव पाए जाते हैं जिनमें कई प्रकार के देशी -विदेशी पक्षी भी हैं ।

     चंडीगढ़ स्तिथ आगन्तुकों को लुभाने वाला तीसरा स्थान है रोज गार्डन जिसे जाकिर हुसैन रोज गार्डन कहा जाता है । इसका नामकरण पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन के नाम से किया गया है । गार्डन 30 एकड़ में फैला है जिसमें 1600 किस्म के पचास हजार गुलाब के पौधे हैं । इसे चंडीगढ़ के प्रथम कमिश्नर डॉ एम एस रंधावा ने 1967 में जनता को सौंपा ।

    चंडीगढ़ के इन तीनों स्थानों की चर्चा करने के लिए मुझे इन स्थानों की स्वच्छता ने प्रेरित किया । सभी स्थानों पर लोगों की अच्छी उपस्थिति थी परन्तु न किसी को फूल तोड़ते देखा और न किसी को कूड़ा फैंकते देखा । पॉपकॉर्न और चिप्स के खाली पैकेट लोग कूड़ेदान में ही डाल रहे थे । इक्का-दुक्का को छोड़कर सभी में सिविक सेन्स देखा गया । 

     यहां न आबारा पशु देखे और न फैंकी हुई बीयर और पानी की बोतल । हां एक - दो आबारा कुत्ते देखने में जरूर आये । टॉफी या बिस्किट के रैपर भी नहीं देखे । लोगों का सराहनीय सहयोग वास्तव में काबिले तारीफ कहा जा सकता है । काश ! देश की राजधानी सहित अन्य शहरों में भी स्वच्छता के लिए जन -सहयोग के ऐसे दृश्य देखने को मिलते !

पूरन चन्द्र काण्डपाल
02.01.2018

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