खरी खरी- 159 : भक्ति में चोरी
कन्हैया तेरो जन्मदिन
ऐसो मनायो,
तेरी भक्ति को घर-घर
हमने डंका खूब पिटायो ।
लाइट के लिए कटिया डाली
जगमग भवन बनायो,
तूने तो माखन ही चुराया
हम बिजली में हाथ अजमायो ।
धार्मिक आयोजन हमने किन्हा,
मीटर नहीं लगवायो,
लोगन हमरी चुगली किन्हीं
छापो है डलवायो ।
भगत बगूला लोग कहें
अब बिजली चोर कहायो,
अब सब हमहीं को दुत्कारे
आडम्बरी बतायो ।
जनम जहां पर तुमने लीन्हा
वहां पुलिस हमें भिजवायो
तुम तो कन्हैया बाहर आ गये
हमको अन्दर करवायो ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
19.01.2018
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