Tuesday 8 August 2017

Seema par mustaidi : सीमा पर मुस्तैदी

खरी खरी - 60 : सीमा पर मुस्तैदी 

   हम सब जानते हैं कि पाकिस्तान के चार मालिक हैं -  सेना, आई एस आई, कठमुल्ला 
समर्थित आतंकवादी और बरायनाम सरकार जिसकी बिलकुल नहीं चलती। भारत के साथ अब तक के  युद्धों में पाक को मुंह की खानी पड़ी है। प्रत्यक्ष युद्ध में जीत की उम्मीद छोड़कर पाक ने छद्म युद्ध का रास्ता पकड़ा है। 
     यह छद्म युद्ध पाक सेना की देखरेख में आतंकवादियों से करवाया जाता है। पाक की नजर कश्मीर पर है।  वह छद्म युद्ध से भारत में ऐसा माहौल खड़ा करना चाहता है कि भारत की एकता में दरार पड़े और उथल- पुथल मचे। हमें इस चाल को समझना चाहिए। हर युद्ध के बाद फिर समझौता होता है। इतिहास इस बात का साक्षी है। यदि हम सड़क से संसद तक पाक के बहकावे में आकर उलझ गए तो उसकी यह छद्म चाल कामयाब हो जायेगी।

      वर्तमान स्तिथि  से निपटने का तरीका युद्ध और उन्माद नहीं है बल्कि हमें अपनी सुरक्षा को इतना चुस्त, दुरुस्त और चौकन्ना करना पड़ेगा कि  सीमा पार से इस ओर देखने का कोई साहस न कर सके। हमारी सेना ने विगत दिनों नियंत्रण रेखा पर जो आतंकवादी ढेर किये हैं उससे पाक बौखलाया हुआ है। चौकन्ना रहते हुए रणकौशल के साथ पाकिस्तान को बड़ी मुस्तैदी से जबाब दिया जाना चाहिए। साथ ही चीन के धोखे से भी सदैव चौकन्ना रहने की सख्त जरूरत है । मीडिया में  शहीदों का स्मरण और सम्मान तो हो परन्तु  उन्माद और अत्तेजना पर अंकुश रहे।

पूरन  चन्द्र काण्डपाल
09.08.2017

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