Wednesday 30 August 2017

Pradooshan ghate-tel bache :प्रदूषण घटे-तेल बचे

बिरखांत-174 :     प्रदूषण घटेगा और तेल बचेगा

   17 अगस्त 2013 को पोस्ट किये गए मेरे एक लेख की प्रसांगिकता आज चार साल बाद भी बनी हुयी है । हमने कोई बदलाव स्वीकार नहीं किया । वर्त्तमान दिल्ली सरकार जो इस लेख के पोस्ट होने के बाद बनी उसने दो बार सम- विषम (ऑड -ईवन ) का  प्रयोग कर भी लिया है परंतु नियमित नहीं हो सका ।

     सरकार के भरसक प्रयास करने पर भी रुपए का गिरना जारी है। यह स्तिथि लगातार आयत के बढ़ने और निर्यात के घटने से उत्पन्न हुई । आयात की सूची में सबसे अधिक आयात कच्चे तेल का होता है। हम कुल खपत का 80 % तेल आयात करते हैं जिसकी कीमत डालर में देनी होती है।

     देश में सड़कों पर कारों  की संख्या बहुत है जिसे घटाया नहीं जा सकता बल्कि यह संख्या दिनोदिन बढ़ती रहेगी।  वर्षों से यह अपील जारी  है कि  लोग कार -पूलिंग करें अर्थात एक ही गंतव्य स्थान तक जाने के लिए दो-चार व्यक्ति बारी-बारी से एक ही कार का उपयोग करें जिससे चार कारों की जगह सड़क पर एक ही कार चलेगी। पेट्रोल भी बचेगा और सड़क पर वाहन भीड़ भी कम होगी।  इस अपील पर बिलकुल भी अमल नहीं हुआ। कार मालिक सार्वजानिक वाहन (बस ) की कमी और समय अनिश्चितता के कारण उसका उपयोग करना  पसंद नहीं करते। 

          सरकार यदि देश के सभी महानगरों के लिए यह क़ानून बना दे कि सम और विषम संख्या की कारें बारी-बारी से सप्ताह में तीन-तीन दिन के लिए ही सड़क पर चलें अर्थात जिन कारों के अंत में 1, 3, 5 ,7 ,9  (विषम संख्या ) हो वें विषम तारीख को चलें और जिनके अंत में 2, 4, 6, 8, 0 (सम संख्या ) हो वे सम तारीख को चलें तथा रविवार को सभी वाहन चलें तो इससे सड़कों पर वाहन संख्या घट कर आधी रह जायेगी, तेल का आयात घटेगा, प्रदूषण कम होगा और प्रदूषण जनित बीमारियां कम हो जाएंगी क्योंकि बच्चों के फेफड़ों पर इस प्रदूषण का बहुत बड़ा कुप्रभाव पड़ रहा है । अगली बिरखांत में कुछ और...

पूरन चन्द्र काण्डपाल
31.08.2017

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