Saturday 18 July 2020

Gayak/geetkaar : गायक/गीतकार

मीठी मीठी - 485 : गीतोंक गीतकार/गायक/संगीतकार

(संदर्भ - मीठी मीठी - 484, 18 जुलाई 2020 )

      हमू कैं गीतों कि कतू जानकारी छ ? कुमाउनी में मुणि लेखी 12 गीत भौत लोकप्रिय छीं । इनार गीतकार/गायक/संगीतकारोंक प्रामाणिक जानकारी छ तो जरूर बताया  ? य संबंध में  जो लोगोंल कुछ न कुछ जानकारी भेजी ऊं छीं - सर्व श्री भास्कर भौर्याल, गौरव मठपाल, महेंद्र ठकुराठी , ज्योति उप्रेती, अरविंद कांडपाल, रिस्की पाठक, ब्रिगेडियर (से नि) डी के जोशी, ललित तुलेरा, सी एम पपनै, बिशन हरियाला व विनोद पंत और म्येरि किताब उज्याव (2012) । मील य जानकारी वरिष्ठ साहित्यकार जुगल किशोर पेटशाली दगै दूरभाष पर साझा करी । अंत में मि जो निष्कर्ष पर पुजूं उ मुणि छ ।  येक बाद लै क्वे प्रमाणिक जानकारी होलि तो साझा करिया -

1. बेडू पाको बारियो मासा - लोकगीत, शुरुआती गायक बृजेन्द्र लाल साह और मोहन उप्रेती ।

2. ओ भिना कसिके जानू दोरिहाटा - लोकगीत, गोपाल बाबू गोस्वामी, रेखा धस्माना।

3. सर्ग तारा य जुन्याली राता - लोकगीत,  शुरुआती गायक शेरसिंह रावत, भानु सुकोटी, चन्द्र सिंह राही ।

4. झन दिया बौज्यू  छनाबिलोरी - लोकगीत, कएक गायक ।

5. गोरखिये च्येली भागुली - लोकगीत, मोहन सिंह तोलिया, नंदी आर्या और मदन जी ।

6.ओ परूवा बौज्यू चपल के ल्याछा - शेरादा अनपढ़ - बीना तिवारी ।

7. रूपसा रमोती घुंगुर न बजा छम - हीरा सिंह राणा व गोपाल बाबू गोस्वामी

8.पारा वे भिड़ा को छै घस्यारी - पीताम्बर दत्त व साथी ।

9.कैले बजै मुरुली हो बैणा - गोपाल बाबू गोस्वामी ।

10. बिनसरा गाध्यारा ठंड पिडै गो - लोकगीत, गायक अज्ञात ।

11.घुघुति न बासा - गोपाल बाबू गोस्वामी ।

12. लस्का कमर बादा - हीरा सिंह राणा ।

      यूं सब गीतों/लोकगीतों कैं लोग आज आपण - आपण हिसाबल , आपणि - आपणि धुन में गां रईं । यूं गीतोंक संगीतकार को छी य ज्ञात नि है सक । अधिकांश गीतोंक गीतकार और गायक उ ई व्यक्ति छ । मि य दाव नि करि सकन कि य विवरण पूर्ण सत्य छ किलै कि क्वे  लिखित प्रमाण म्यार पास नि पुज । यूं गीतकार और गायकों कैं (कुछ तो 100 वर्ष है लै पुराण गीत ) साधुवाद जनूल हमरि भाषा कैं समृद्ध बना और आज लै यूं गीत खूब फुफ़ै रईं, लोक में गुजैं रईं।  यूं 12 गीतोंक अलावा और लै दर्जनों लोकप्रिय गीत छीं, उनरि लै चर्चा हुण चैंछ ।

     अच्याल लै भौत गीत लोकप्रिय है रई।  उदाहरण - थलकी बजारा, त्येरी रंग्याली पिछोड़ी, हाय काकड़ी झीलमा, चंदन ना मेरो, के मु वै गाड़ी, टक टका कमला आदि आदि । अगर विवरण मिलि जालौ तो भविष्य में यूं गीतों कि चर्चा लै करुल ताकि लोगों कैं हमार गायकों/गीतकारोंकि जानकारी है सको । क्वे लै गायक या अन्य व्यक्ति य बार में सूचित लै करि सकनी ।
  
पूरन चन्द्र कांडपाल
19.07.2020

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