खरी खरी - 659 : भूलो नहीं शहीदों को
भूलों नहीं शहीदों को
उन्हें दिल में बिठाओ,
लौट के घर नहीं आये
यह इतिहास गिनाओ,
यह इतिहास गिनाओ
कर दिए प्राण न्यौछावर,
चढ़े भेंट कर्तव्य पथ
सिर कफ़न बांध कर,
कह 'पूरन' हो विनम्र
शहीद- चिता को छूलो,
परिजन शहीद रहे स्मरण
निज कर्तव्य न भूलो ।
( हम अपनी सेना के उन 20 अमर शहीदों को पुनः विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जो 15 और 16 जून 2020 की रात को सीमा पर देश के लिए बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए ।)
पूरन चन्द्र काण्डपाल
05.07.2020
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