Wednesday 16 January 2019

Utraini kautik buradi : उतरैणी कौतिक बुराड़ी

मीठी मीठी - 215 : उतरैणी कौतिक 2019 (कुमाऊँ सांस्कृतिक कला मंच (पं) संत नगर (बुराड़ी)दिल्ली

    13 जनवरी 2019 को कुमाऊँ सांस्कृतिक कला मंच (पं) संत नगर, बुराड़ी दिल्ली -84 द्वारा 22वां उतरैणी पर्व (कौतिक) कौशिक एनक्लेव बुराड़ी में अपार जन-समूह के बीच मनाया गया । इस आयोजन में देहरादून से आए श्री कुंदन सिंह कोरंगा की सांस्कृतिक टीम द्वारा दिवंगत पप्पू कार्की जी और श्री जीतसिंह नेगी जी के गीतों पर आधारित उत्तरांचल गीतमाला कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । आयोजन में संस्था द्वारा श्री सुरेन्द्र सिंह हालसी जी के सानिध्य में दिवंगत कार्की जी की माताश्री को सम्मानित किया गया ।

     इस भव्य आयोजन में  हमारी भाषा, साहित्य, संस्कृति और उत्सवों को संजोए रखने का आह्वान किया । मंच से संचालन कर रहे संस्था के अध्यक्ष श्री गिरीश जोशी जी ने इस अवसर पर उतरैणी के महत्व पर भी प्रकाश डाला ।  13 जनवरी 1921 को बागेश्वर के उतरैणी कौतिक में कुमाऊँ केसरी बद्रीदत्त पांडे जी की हुंकार पर "कुली बेगार" के रजिस्टरों को सरयू-गोमती के संगम में बहा दिया गया और उत्तराखंड के लोगों ने कुली बरदायस से हमेशा -हमेशा के लिए मना कर दिया । अंग्रेज डिप्टी कमिश्नर लोगों के मर-मिटने के जोश और जज्बे  को देखकर गोली नहीं चला सका ।

     उतरैणी त्यौहार के दिन उत्तराखंड के उन शहीदों का स्मरण भी नितांत आवश्यक है जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दी । खुमाड़ गोली कांड (05.09.1942) में चार स्वतंत्रता सेनानी - गंगा राम, खीमानंद, बहादुर सिंह और चूड़ामणि भी इसी कड़ी में शहीद हो गए । इन अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि । उतरैणी कौतिक के साथ इन अमर शहीदों का बलिदान हमें बताता है कि जब देश स्वतंत्रता संग्राम लड़ रहा था तो उत्तराखंडी भी पीछे नहीं रहे । उन्होंने इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भागीदारी के साथ अपना बलिदान भी दिया । इस इतिहास को भी सांस्कृतिक मंचों पर अन्य मनोरंजन गीतों के साथ मंचित किया जाना चाहिए ।

       अपार जन-समूह के समक्ष मंच पर जिन लोगों का स्वागत और सम्मान हुआ उनमें कई राजनीतिज्ञ, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हुए प्रबुद्ध जन थे । कई सम्मानित विशिष्ठ जनों में मुख्य थे सर्वश्री दलीप पांडे जी (रा.प्रवक्ता aap), क्षेत्रीय विधायक मनोज झा जी, सुशांत रौथाण, डीआईजी बी एस टोलिया, सुरेन्द्र सिंह हालसी, गजेन्द्र सिंह चौहान, तारादत्त पांडे, कैलाश पांडे, हरदा उत्तरांचली, दीवान सिंह नयाल, नंदन सिंह रावत, एम पी कोटनाला और दिवंगत पप्पू कार्की जी की माता जी, सुश्री सुशीला रावत, करुणा भट्ट, प्रेमा धोनी एवं कार्की जी संगीत प्रशिक्षक ऐजाज अहमद एवं पूरन चन्द्र काण्डपाल । अन्य कई गणमान्य व्यक्तियों का भी इस पावन पर्व पर सम्मान किया गया । इस विशाल आयोजन के लिए संस्था की पूरी टीम वास्तव में साधुवाद की पात्र है जिसने इस सफल कार्यक्रम को अविष्मरणीय बना दिया । सभी को उतरैणी त्योहार की शुभकामना और हार्दिक बधाई ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
14.01.2019

No comments:

Post a Comment