Saturday 12 January 2019

Dhoomrpaan gutkha lat : छूट सकती है धूम्रपान-गुटखा लत

खरी खरी - 371 : छूट सकती है धूम्रपान- गुटखा लत

( उतरैणी त्योहार संकल्प लेने का पर्व  )

     देश का हर कोना धूम्रपान के दलदल में धंसता जा रहा है । गौर से देखें तो धूम्रपान की लत वाले घर - बाहर सब जगह नजर आते हैं ।  गुटखा, खनी, पान मसाला की गंदगी मुझे हर शहर के, हर ऑफिस के, हर सार्वजनिक स्थान के  नुक्क्ड़- कोनों पर भी नजर आई । अर्थात कोई जगह ऐसी नहीं बची है जहाँ गुटखा खाने वालों ने थूका न हो ।

       चमचमाती पुड़ियाँ बाजार में खूब बिक रही हैं जिनमें लिखा होता है पान मसाला परन्तु बिक्रेता को पता होता है कि पुड़िया के अंदर कौन से नंबर का तम्बाकू है । इसकी दुर्गंध से निकट के व्यक्ति को  सिर दर्द होने लगता है । कुछ समय पहले मुंबई में कमला मिल्स के दो रेस्टोरेंट अवैध हुक्का के चारकोल के कारण भष्म हुए थे जिसमें 15 लोग बैमौत मारे गए । देश में अवैध हर प्रकार के मादक पदार्थों का व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है ।

     इस जहर की लत के कारण लोग प्रातः ही पुड़िया मुख में उड़ेल लेते हैं तब ही वे फ्रेश होने जाते हैं । आज तम्बाकू सेवन का औसत जो 2009-10 में 33.9% था वह 2016-17 में बढ़कर 35.5% हो गया है जबकि गुटखा सेवन 25.3 से बढ़कर 29.4% हो गया है । घर से शुरुआत करते हुए किसी भी तम्बाकू उत्पाद का विरोध विनम्रता से करें और ग्रसित को कैंसर जैसे भयानक रोग का शिकार होने से बचाएं । बच्चे अपने पिता से इस नशे के विरोध में अपील करें और यदि बच्चे इस नशे के शिकार हो गए हैं तो बड़े उन्हें समझाएं ।

       एक व्यक्ति एक नशा ग्रसित को तो छुड़ाए इस लत से । यह भी एक बहुत बड़ा पुण्य है । हमारे प्रयास से यदि कोई शराब- धूम्रपान- गुटखा-तम्बाकू से मुक्त होता है तो बड़ा सुकून मिलता है । मुझे उम्मीद है इस बार उतरैणी/मकरसंक्रान्ति का स्नान करते ही कई लोग इस लत से छुटकारा पाने का दृढ़ संकल्प करेंगे और समाज के कुछ लोगों को भी नशे से मुक्ति दिलाएंगे । घर बैठे -बैठे आप प्रतिज्ञा कर सकते हैं । पहले लोग इस तरह के पावन पर्व पर अपनी कोई न कोई बुराई का त्याग करते थे । जब जागो तब सवेरा । 14 जनवरी उतरैणी की अग्रिम शुभकामना ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
13.01.2019

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