Wednesday 16 January 2019

Hamari bhasha hamari pachhyan : हमरि भाषा हामरी पछ्याण

मीठी मीठी - 218 : 'हमरि भाषा हमरि पछ्याण'

          उतरैणीक दिन कुमाउनी में म्येरि नईं किताब 'हमरि भाषा हमरि पछ्याण' कुछ मित्रोंक बीच में लोकार्पित करिगे । कुमाउनी में य म्येरि 12उं किताब छ । नना कैं हमरि भाषा सिखूणक य किताब में म्यर एक प्रयास छ । किताब में पैल पाठ 'स्वर' बटि शुरू हुंछ । व्यंजन, बारहखड़ी, गिनती, पहाड़, फल- फूल, साग-सब्जि, अनाज, फसल, कहाण, मसाल, भोजन, लात-लुकुड़, जेवर, चाड़, किड़- मकौड़, पशु, रिश्त-नात, शरीरक अंग, त्यार, महैण, ऋतु, मौसम, राज्यक प्रतीक, उत्तराखंड राज्य, भाषा, गैरसैण, ऐतिहासिक तारिक, खाश दिवस आदि  विषयों पर य किताब में चर्चा छ ।

      किताब में व्याकरणकि सूक्ष्म जानकारीक साथ 30 लघुलेख लेख (हिंदी अनुवादक साथ), 10 अनुच्छेद, 10 कहानि, 6 चिठ्ठी समेत अन्य भौत कुछ छ य किताब में । सबै शब्दोंक हिंदी अनुवाद लै दगाड़ में छ । किताबक प्रकाशक छीं - 'कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी, पोस्ट डीनापानी अल्मोड़ा (उत्तराखंड)।' 104 पृष्ठोंकि य किताबकि पेपर बैक कीमत ₹ 120/- ( ₹ 20/- कि छूट पर ₹ 100/-) छ । किताब मोब.9871388815 पर उपलब्ध छ ।)

पूरन चन्द्र काण्डपाल
16.01.2019

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