मीठी मीठी -212 :नव वर्ष पर शहीदों का स्मरण
तुम गजल लिखो या
गीत प्रीत के खूब लिखो,
एक पंक्ति तो कभी
शहीदों पर लिखो,
लौट नहीं आये जो
कभी गीत लिखो उनपर,
देह-प्राण न्यौछावर
कर गए राष्ट्र की धुन पर ।
'जयहिन्द'
जो हमारे कल के लिए अपना आज दे गए उनके परिजनों का सम्मान करते हुए सभी मित्रों को नव वर्ष की शुभकामना ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
01.01.2019
No comments:
Post a Comment