Saturday 11 November 2017

Samman arpan : सम्मान अर्पण

मीठी मीठी - 44 : हमरि भाषा कैं सम्मान अर्पण

     11 नवम्बर 2017 हुणि उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच दिल्ली द्वारा हिन्दी -कुमाउनी क रचनाकार पूरन चन्द्र काण्डपाल और हिन्दी- गढ़वाली क रचनाकार मदन मोहन डुकलान कैं क्रमशः 2016 और 2017 क महाकवि कन्हैयालाल डंडरियाल सम्मान कंस्टीट्यूसन क्लब नई दिल्ली में प्रदान करीगो । सम्मान में द्विये साहित्यकारों कैं शाल, सरस्वती प्रतिमा (वागदेवी मूर्ति ), प्रशस्ति  पत्र और ₹ 21000/- क चैक भैंट करीगो । 

     सम्मान अर्पण मान्यनीय भोले ज्यू महाराज, पूज्य माता मंगला ज्यू और हमार केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ज्यू क द्वारा हौछ । यौ सम्मान क प्रायोजक छी दिल्ली पैरामेडिकल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट (DPMI) जैक प्रबंध निदेशक छीं डॉ विनोद बछेती । व्यक्तिगत तौर पर मी सोचनू कि यौ हमरि भाषा कुमाउनी और गढ़वाली क साथ यूं भाषाओं क पाठकों और हमरि भाषाप्रेमियों क सम्मान छ ।

    महाकवि कन्हैयालाल डंडरियाल सम्मान हर साल कुमाउनी - गढ़वाली- जौनसारी क एक साहित्यकार कैं वर्ष 2012 बटि दिई जांरौ । यौ क्रमशः पांछू और छठूं सम्मान छी । समारोह क दुसौर सत्र में कुमाउनी- गढ़वाली सिखणी करीब 300 नना कैं प्रमाणपत्र दि बेर सम्मानित करीगो । यौ आयोजन क लिजि उत्तराखंड लोकभाषा साहित्य मंच दिल्ली और DPMI कैं साधुवाद दीण चानू । अलंकरण समारोह आयोजन में आई सबै मित्रों, भाषाप्रेमियों, नारी शक्ति, साहित्यकारों, वक्ताओं, विद्वानों, पत्रकारों, आयोजन समिति क सदस्यों, राजनीतिज्ञों समेत सबै युवाओं एवं भाषा सिखणी नानतिनों कैं विनम्रता क साथ धन्यवाद और हृदय बटि आभार प्रकट करण चानू ।

     सम्मान प्राप्ति क बाद मील विनम्रतापूर्वक कन्हैयालाल डंडरियाल ज्यू क स्मरण करते हुए मंच बै घोषणा करी कि यौ सम्मान में मिली पुरि इक्कीस हजार रुपै कि रकम कैं निकट भविष्य में एक कुमाउनी- गढ़वाली साहित्य वार्ता क साथ कवि- सम्मेलन आयोजन में खर्च करी जाल और यै में बै कुछ राशि हमरि भाषा क लेखकों कि किताब खरिदि बेर समाज तक पुजूण में मदद करी जालि । 

पूरन चन्द्र काण्डपाल
12.11.2017

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