Monday 6 November 2017

Kumaunee kitab : कुमाउनी किताब

मीठी मीठी - 42 : कुमाउनी किताबों कि रन्न

      9 उं राष्ट्ररीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन अल्माड़ में कुमाउनी क खूब किताब लै देखण में आईं । कएक किताबों क विमोचन लै हौछ । एक दर्जन कुमाउनी किताब और पत्र- पत्रिका लोगों ल मिकैं ल भैंट करीं । आब बारि बारि कै इनुकैं पढ़ुल और फिर हरेक लेखक कैं द्वि आंखर चिठ्ठी लेखि बेर दिल क साथ बधाई द्युल ।लेखक कैं और क्ये चैंछ ?

     जब अल्माड़ भाषा सम्मेलन में मंच बै द्वि बात कौण क मौक मिकैं मिलौ, मील विनम्रता क साथ खचाखच भरी कुंदन लाल साह सभागार में कौ, " एक रुपै रोज साहित्य क लिजि लै खर्च करो । हर घर में कम से कम एक कुमाउनी या गढ़वाली किताब हुण चैंछ । यौ भाषा हमरि पछ्याण छ । तबै हमौर साहित्य लै ज्यौंन रौल ।" म्येरि बात क लोगों ल ताइ बजै बेर जोरदार समर्थन लै करौ । आब लेखकों कैं पत्त चलि जाल कि उनार कतु किताब लोगों ल मोल ल्ही । हाम त सिरफ निवेदन करि सकनूं ।

     कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति, कसारदेवी अल्मोड़ा ,उत्तराखंड पिन- 263601और 'पहरू' क संपादक डॉ हयात सिंह रावत ज्यू क पास (मोब- 9412924897) लै संपर्क करि बेर वां बटि किताब मंगाई जै सकनीं । वां किताबों क समन्दर छ । गुमानी पंत बटि आज तका क जतू लै लेखक छीं वां लगभग सबूं क किताब छीं । मील लै अब तक कुमाउनी में 10 किताब लेखि हालीं । पाठक गण म्ये दगै लै संपर्क करि सकनीं । मोब छ 9871388815 . यौ नम्बर व्हाट्सऐप पर लै छ  । धन्यवाद ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
07.11.2017

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