खरी खरी - 124 : ईमानदारी की सजा
क्या ईमानदार होना गुनाह हो गया है ? 24 वर्ष की सेवा में 51 तबादले ! खेमका साहब मेरा देश महान । ईमानदारी की सजा भुगतने की आपकी शक्ति को सलाम । ईमानदारी के पहरुवे फिर भी नहीं झुकते, नहीं रुकते और नहीं थकते । हम जी आर खैरनार को भी आज याद करते हैं जिन्होंने मुंबई महानगरपालिका के कमिश्नर पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार से जमकर लड़ाई लड़ी और उन्हें लोगों ने 'डेमोलेसन मैन' की उपाधि दी ।
एक समाचार के अनुसार हरियाणा के चर्चित आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी अशोक खेमका जी का 51वां तबादला हो गया है । भ्रष्टाचार और बेईमानी के खिलाफ लड़ने वाले 1991 के बैच के इस IAS अधिकारी को ईमानदारी की सजा तबादले के रूप में मिलते आई है । जी हजूरी नहीं करने और ईमानदारी की सजा भुगतने की आपकी हिम्मत को सलाम ।
सीमित इच्छा रखने वाले, संतुष्टि से श्रंगारित, संघर्ष के लिए प्रखर, अपने कार्य में प्रवीण और ईमानदारी के पक्षधर, ऐसे व्यक्तित्व के धनी अशोक खेमका जी भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं । आपकी ईमानदारी, संघर्ष, साहस और श्रम को नमन ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
18.11.2017
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