मीठी मीठी - 36 : शब्द सम्पदा (‘मुक्स्यार’ किताब बटि, कुमाउनी )
(यसि शब्द- संपदा सिर्फ कुमाउनी और गढ़वाली भाषा में देखण में ऐंछ, आपूं कैं पढ़ि बेर यकीन आल ।)
सिदसाद नान छी उ
दगड़ियां ल भड़कै दे ,
बूबू कि उमर क ख्याल नि कर
नना चार झड़कै दे,
मान भरम क्ये नि हय
कुकुरै चार हड़कै दे,
खेल खेलूं में अझिना अझिन
नई कुड़त धड़कै दे,
कजिय छुडूं हूं जै भैटू
म्यर जै हात मड़कै दे,
बिराऊ गुसीं यस मरौ
दै हन्यड़ कड़कै दे,
तनतनाने जोर लगा
भिड़ जस दव रड़कै दे,
गिच जउणी चहा वील
पाणी चार सड़कै दे,
बाड़ में हिटण क तमीज निहौय
डाव नउ जस टड़कै दे,
लकाड़ फोड़णियल ठेकि भरि छां
एकै सोस में सड़कै दे,
गदुव क वजन नि सै सक
सुकी ठांगर पड़कै दे ,
बीं हूं काकड़ धरी छी
रात चोरू ल तड़कै दे ,
लौंड क कसूर क्ये निछी
खालिमुलि नड़कै दे ,
पतरौवे कैं खबर नि लागि
बांज क डाव गड़कै दे ।
पूरन चन्द्र काण्डपाल
25.10.2017
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