खरी खरी -110 : आपणि भाषा में बलौ !!
(क्ये खबर न्हैति ?)
दुनिय आपणि भाषा
में बात करीं
हमूकैं शरम लागैं रै,
उत्तराखंडी भाषा
नि बलै बेर हमरि
पछ्याण हरां रै,
तुम दुनिय कि
क्वे लै भाषा सिखो
पर आपणि नि भुलो,
गर्व क साथ कौ कि
हमरि भाषा लै फलो-फूलो,
बलाण -च्वलाण में मिठि
पढ़ण-लेखण में सादि,
आंखरों क लै
क्ये ट्वट न्हैति,
हाम आपणि भाषा में
क्यलै नि बलां राय
मिकैं क्ये खबर न्हैति ?
पूरन चन्द्र काण्डपाल
18.10.2017
No comments:
Post a Comment