Friday 13 October 2017

Aarushi ka ktl : आरुषि का कत्ल

खरी खरी - 107 : हे आरुषि !! कहां है तेरी आत्मा ?

     15 और 16 मई 2008 की रात नोएडा उत्तरप्रदेश में 14 वर्षीय छात्रा आरुषि तलवार को उसी के आवासकक्ष में माता-पिता के घर में मौजूद होते हुए कौन मार गया यह एक रहस्य बन गया है । उसे धरती ने मारा या आकाश ने या किसी कातिल ने, यह बात अनसुलझी रह गयी । इस रहस्यमय हत्याकांड में आरुषि के माता-पिता को सी बी आई अदालत ने आजीवन कारावास सुनाया था और वे जेल में बंद रहे जिनका 12.10.2017 को साक्ष्य के अभाव में इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जेल-मुक्त करने का आदेश दे दिया गया । इस हत्याकांड में तलवार दंपति के नौकर हेमराज की भी हत्या हुई थी ।

     हिन्दू- दर्शन में आत्मा के अजर-अमर होने की बात होती है । एक घर में दो- दो कत्ल और कातिल का नौ वर्ष बीतने पर भी नहीं पकड़ा जाना हमारी व्यवस्था को एक कम्पायमान करने वाली वृहद ललकार है । अब तो आरुषि की आत्मा ही जानती है कि उसका और हेमराज का असली कातिल कौन है ? क्या वह आत्मा इस रहस्य से कभी पर्दा उठाएगी ? क्या यह हमारे पुलिस तंत्र पर प्रश्न नहीं है कि वह न्यायालय में ठोस साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी ? ऐसी परिस्थिति में संदेह का लाभ तलवार दंपति को मिलना कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों से आरोप साबित नहीं हो सका ।

     कुछ भी हो आरुषि की हत्या को समाज का जनमानस भुला नहीं सकेगा । एक मासूम सी लड़की की अपने ही घर में माता- पिता के घर में उपस्थित रहते हुए हत्या कौन, कैसे और क्यों कर सकता है ? यह रहस्य व्यथित करता है, मन को उद्वेलित करता है और पुलिस द्वारा कातिल के नहीं पकड़े जाने पर एक कौंधित करने की छटपटाहट छोड़ जाता है । हे आरुषि !!  तेरी आत्मा को शांति मिले !!!

पूरन चन्द्र काण्डपाल
14.10.2017

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