Monday 6 May 2019

Gairsain hunkaar : गैरसैण हुंकार

खरी खरी - 425 : सफल रही थी गैरसैण हुंकार रैली

     पिछले साल गैरसैण राजधानी मुद्दे पर राजधानी वासियों का 06 मई 2018 को  वह क्रमशः चतुर्थ मिलन था जो एक बड़ी हुंकार रैली के रूप में संसद मार्ग नई दिल्ली पर आयोजित हुआ था ।  इससे पहले 03 फरवरी  और 09 फरवरी 2018 को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली तथा 10 मार्च 2018 संसद मार्ग नई दिल्ली पर रैली आयोजित की गई थी । 06 मई 2018 की रैली में आशा के अनुरूप बहुत लोग आए थे । रैली में राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पहुंचे जिसमें उत्तराखंड की नारीशक्ति भी मौजूद थी । इस रैली का आयोजन 'उत्तराखंड एकता मंच दिल्ली'  (एकजुट- एकमुठ) के तत्वाधान में किया गया ।

      सुबह 11 बजे से अपरान्ह तक उत्तराखंड राज्य की राजधानी गैरसैण बनाने की मांग को कई वक्ताओं ने अपने तरीक़े से रखा था । रैली में 'गैरसैण अब दूर नहीं, देहरादून मंजूर नहीं' जैसे कई नारे गूंजते रहे । गैरसैण राजधानी नहीं बनाने को ही विगत 10 वर्षों में राज्य से 5 लाख लोगों के पलायन का मुख्य कारण बताया गया । केंद्र और राज्य सरकार के डबल इंजन से राजधानी गैरसैण बनाये जाने के वायदा निभाने की भी पुरजोर आवाज बुलंद की गई । रैली का समापन इस संकल्प के साथ  हुआ कि जब तक सरकार गैरसैण को राज्य की राजधानी नहीं घोषित करती, राज्य के लोग और राज्य से बाहर खानाबदोश बन गए उत्तराखंडी अपना अहिंसक आंदोलन जारी रखेंगे । डबल इंजन के बाद भी राजधानी गैरसैण नहीं पहुंच सकी । राजधानी एकदिन गैरसैण जरूर जाएगी परन्तु कब जाएगी यह कहना मुश्किल है । अमरावती आंध्र की राजधानी बन गई और हम भिशूण बने रहे क्योंकि हम बुसिल ढुङ्ग हैं । जयहिन्द ।

पूरन चन्द्र काण्डपाल
07.05.2019

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